Amarnath Yatra 2022: जम्मू-कश्मीर में कोरोना संकट के चलते दो साल बाद 30 जून से 11 अगस्त के बीच अमरनाथ यात्रा आरंभ होने जा रहा है. इस यात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां इन दिनों जोरों पर है. भक्तों की सहुलियत के लिए प्रशासन द्वारा हर छोटी-बड़ी चीजों का बारीकी से ध्यान रखा जा रहा है. इसी क्रम में गांदरबल पुलिस की एक पुलिस टीम ने मार्ग का सुरक्षा सर्वेक्षण किया और गुफा तक पहुंच गई. इस दौरान टीम ने बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर भी साझा की है. 


बता दें कि अमरनाथ गुफा कश्मीर के बर्फीले पहाड़ों के बीच स्थित है. इस गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा होती है. अमरनाथ गुफा को भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है. इस साल के यात्रा की तैयारियों और व्यवस्था को लेकर कल यानी 15 मई 2022 को पहली सुरक्षा समीक्षा बैठक की गई. जिसमें शीर्ष प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों मौजूद रहें. इस बैठक में मुख्य रूप से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ जरूरी फैसले लिए गए. 




बैठक के दौरान तय किया गया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और उनके आवाजाही पर नजर रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन का इस्तेमाल किया जाएगा. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीशवार कुमार ने कहा कि तीर्थयात्रा 43 दिनों के लिए आयोजित होगी.




30 जून से लेकर 11 अगस्त तक आयोजित की जाएगी यात्रा


यह 30 जून से लेकर 11 अगस्त तक के लिए आयोजित की जाएगी. पोनी संचालकों के लिए बीमा कवरेज अवधि बढ़ाकर 1 वर्ष कर दी गई है. तीस जून से शुरू होने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए यह पहली सुरक्षा समीक्षा बैठक थी. कोरोना वायरस महामारी के कारण बीते दो साल यात्रा का आयोजन नहीं किया जा सका था.


11 अप्रैल से शुरू हो चुकी है रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
 अमरनाथ यात्रा पर जाने के इच्छुल लोग 11 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. यात्रा का समापन 11 अगस्त 2022 को होगा.


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