लखनऊ: समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी के पांच साल पूरे होने पर बीजेपी पर कड़ा वार करते हुए सवाल किया कि, बीजेपी बताए कि नोटबंदी से क्या फायदा हुआ? सरकार ने भरोसा दिलाया था कि कालाधन वापस आएगा और भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाएगा.


उन्होंने कहा कि, यूपी में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. बीजेपी के लोग रुपये में चिप लगे होने की बात कर रहे थे. हमारा आपका लेन देन कला सफेद हो सकता है, रुपया कला सफेद नहीं हो सकता, इसलिए जनता को परेशान करने के लिए नोटबंदी की गई थी.


बता दें, अखिलेश यादव ने आज एसपी में पूर्व सांसद परशुराम गंगवार की बेटी बीएसपी से दिव्या गंगवार को एसपी में शामिल किया है. वहीं बीजेपी के पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्याय समेत प्रदीप सिंह पटेल, रवि शंकर गंगवार, वीरेंद्र गंगवार भी शामिल हुए.


लॉकडाउन में मजदूरों को अपमानित होना पड़ा- अखिलेश यादव


अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, सुप्रीम कोर्ट ने लखीमपुर पर जो टिप्पणी की है उससे पता चलता है कि सरकार कानून व्यवस्था को ख़त्म कर रही है. बीजेपी सभी संस्थाओं को खत्म करने का काम कर रही है. व्यपारियों नौजवानों किसानों को सरकार में आत्महत्या के लिए मजबूर किया.


उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश में किसानों ने बड़े पैमाने पर आत्महत्या की साथ ही लॉकडाउन में मजदूरों को अपमानित होना पड़ा. अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर वार करते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री बताएं कि आपने इतने बड़े पैमाने पर बेरोज़गारी फैलाई है, कितनों को नौकरी दी? बीजेपी को उपलब्धियां बतानी चाहिए. मुख्यमंत्री पर गम्भीर धाराओं में मुकदमे थे जो उन्होंने वापस ले लिया.


अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री अपना कोई काम बताएं. कोई ऐसा काम बताएं जिसका शिलान्यास उन्होंने किया हो. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार आरोपी को बचा रही है. गृह राज्य मंत्री का अभी भी इस्तीफा नहीं हुआ.


इसी के साथ उन्होंने कहा कि, योगी जी अपने खानदान के पास चला जाये तो यूपी का भला हो जाए. अभी शुरुआत है, आगे बहुत कुछ होगा. कुशीनगर के एयरपोर्ट का बजट एसपी सरकार में बना. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लैंड एक्वीजिशन हमने किया.


प्रोपोगेंडा फैलाने के लिए बयानबाज़ी करती है बीजेपी- अखिलेश यादव


अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, पीसी में गैस सिलेंडर दिखाकर रेट पर सवाल खड़े किया. मुरलीधर राव के बयान पर कहा कि हमने यूपी को वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर दिया है. हमने बढ़िया योजनाएं दीं, पुलिस सुधार किया, हम सिर्फ विकास करना चाहते थे. बीजेपी विकास नहीं कर पाई इसलिए प्रोपोगेंडा फैलाने के लिए बयानबाज़ी करती है. यूपी में धान की लूट हो रही है, गन्ने का बकाया है, महंगाई का बीजेपी के पास जवाब नहीं, सरकारी सम्पत्तियां बेच दी गईं, बेरोज़गारी बढ़ी इसका जवाब बीजेपी नहीं दे सकती.


अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे मुख्यमंत्री ने बिगाड़ दिया. 69 हज़ार शिक्षक भर्ती पर कहा कि बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र पूरा नहीं किया. जिन दलों से बीजेपी ने गठबंधन किया उनसे किया वादा पूरा नहीं किया. किराना पर बीजेपी ने झूठ बोला. जो पिछड़ों की गिनती न करे वो क्या पिछड़ों का भला करेगा. कानपुर मेट्रो एसपी ने दी जिसका उद्घाटन करने की बीजेपी तैयारी कर रही है. कुछ किया नहीं, सिर्फ रंग बदल दिया.


आखिर में अखिलेश यादव ने ईवीएम के बाद मतदाता सूची पर सवाल उठाते हुए कहा को मतदाता सूची में 16 लाख नाम काटे गए जबकि 21 लाख से ज़्यादा नाम जोड़े गए. चुनाव आयोग ने सूची जारी नहीं की. हमने इसकी शिकायत की है. ज़रूरत पड़ी तो चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ धरना देंगे. 2019 तक मतदाता सूची में जोड़े गए और काटे गए नाम राजनैतिक दलों को दी जाती थी लेकिन इस बार नहीं दी जा रही. चुनाव आयोग में सभी अधिकारी यूपी से गए हैं.


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