Recruitment Under Agnipath Scheme: तीनों सेनाओं की तरफ से अग्निपथ योजना को लेकर आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस (Army Joint Press Conference) की गई. जिसमें इस योजना के फायदों के बारे में बताया गया. दिसंबर में 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच थलसेना में शामिल हो जाएगा. एयर मार्शल झा ने बताया कि पांच दिन बाद यानी 24 जून को वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. इसके ठीक एक महीने बाद यानी 24 जुलाई को ऑनलाइन एग्जाम आयोजित किया जाएगा. एयर मार्शल झा के मुताबिक, दिसंबर के महीने में अग्निवीरों का पहला बैच वायुसेना में शामिल हो जाएगा और 30 दिसंबर से अग्निवीरों की ट्रेनिंग भी शुरु हो जाएगी. 


नौसेना के चीफ ऑफ पर्सनल (SOP), वाइस एडमिरल डी के त्रिपाठी ने बताया कि अग्निवीरों के पहले बैच में महिला और पुरूष दोनों शामिल होंगे. 25 जून तक नौसेना में भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा और 21 नवंबरको अग्निवीर के पहले बैच को आईएनएस चिल्का नेवल बेस पर ट्रेनिंग के लिए रिपोर्ट करना होगा. अग्निपथ योजना के तहत महिला-अग्निवीरों को समंदर में युद्धपोत पर तैनात करने की भी पूरी तैयारी कर ली गई है. वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने ये भी बताया कि फिलहाल नौसेना की 30 महिला-अधिकारी अलग-अलग युद्धपोत पर तैनात हैं. ऐसे में यु्द्धपोतों पर अग्निवीर महिला-नौसैनिकों की तैनाती की भी पूरी तैयारी कर ली गई है. 


1 जुलाई को पहला रिक्रूटमेंट नोटिफिकेशन आएगा


थलसेना के एडज्युटेंट-जनरल,  लेफ्टिनेंट जनरल सी पी पोन्नापा ने बताया कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 1 जुलाई को पहला रिक्रूटमेंट नोटिफिकेशन आएगा और अगस्त के महीने में पहली रिक्रूटमेंट रैली का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद सितबंर, अक्टूबर और साल के अंत तक 83 रिक्रूटमेंट रैलियां देश के अलग-अलग राज्यों में आयोजित की जाएंगी. इन रैलियों के माध्यम से थलसेना में करीब 45 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी. 


सेना को युवा क्यों बनाया जाना चाहिए इस पर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हाई-आल्टिट्यूड यानि सियाचिन जैसे उंचाई वाले क्षेत्रों में कितने सैनिकों की जान उम्र के कारण चली जाती है उससे पता चल सकता है. 


सुविधाएं रिटायरमेंट के बाद इन अग्निवीरों को मिलनी हैं


इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने ये भी साफ किया कि गृह मंत्रालय या फिर किसी दूसरे महकमें ने अग्निवीरों को मिलने वाले आरक्षण और वरीयता को उग्र प्रदर्शन के दवाब में नहीं लिया गया है, वो पहले से तय था कि इस तरह की सुविधाएं रिटायरमेंट के बाद इन अग्निवीरों को मिलनी हैं. उन्होनें बताया कि सीएपीएफ, असम राइफल्स, कोस्टगार्ड, डिफेंस पीएसयू में आरक्षण के अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी वायुसेना के अग्निवीरों को नौकरी के अवसर देने के लिए कहा है. उन्होनें बताया कि ड्यूटी के दौरान अगर कोई अग्निवीर वीरगति को प्राप्त होता है तो उसके परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि मिलेगी जिसमें 48 लाख का इंश्योरेंस कवर है जो हरेक अग्निवीर को मिलना तय है.


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