India Agni Missile: भारत ने शक्तिशाली अग्नि-5 मिसाइल की पहली तस्वीर जारी कर दी है. मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री (MIRV) टेक्नोलॉजी वाली अग्नि मिसाइल को डीआरडीओ ने तैयार किया है. इसे दिव्यास्त्र मिशन का नाम भी दिया गया है. मिसाइल को ये नाम दिए जाने के पीछे की वजह ये है कि इसके जरिए कई सौ किलोमीटर के दायरे में दुश्मन के कई टारगेट को नेस्तनाबूद किया जा सकता है. मिसाइल इसके अलावा भी कई खूबियों से लैस है. 


भारत ने सोमवार को ही अग्नि-4 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफलतापूर्वक टेस्ट किया था. इस मिसाइल में कई सारे परमाणु बमों को भी लोड किया जा सकता है. भारत के इस सफलतापूर्वक मिसाइल परीक्षण का दम दुनिया ने देखा है. इस टेस्ट मिशन के सफल होने के साथ ही भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जिनके पास पहले से ही इस तरह की टेक्नोलॉजी है. इसमें ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन शामिल है. 


अग्नि-5 मिसाइल की पहली तस्वीर




(अग्नि-5 मिसाइल-PTI)


डीआरडीओ ने तैयार की है मिसाइल


डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) ने अग्नि-5 मिसाइल को तैयार किया है. वह चीन और पाकिस्तान जैसे मुल्कों से भारत की सुरक्षा के लिए अग्नि सीरीज की कई मिसाइलों को तैयार कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अग्नि-5 मिसाइल के सफल टेस्ट पर डीआरडीओ टीम को बधाई देते हुए कहा, 'एमआईआरवी तकनीक से लैस और देश में विकसित अग्नि-5 का सफल परीक्षण और मिशन दिव्यास्त्र के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों पर गर्व है.'


क्या है मिसाइल की खासियतें? 


अग्नि-5 मिसाइल में छोटे परमाणु बम और बड़े थर्मो-न्यूक्लियर हथियारों को भी लोड किया जा सकता है. इस मिसाइल की रेंज 3100 से 4900 मील है. अग्नि मिसाइल का दायरा चीन-पाकिस्तान में मौजूद टारगेट को आसानी से निशाना बना सकता है. MIRV टेक्नोलॉजी की वजह से मिसाइल के ऊपरी हिस्से में दो से 10 हथियार लगाए जा सकते हैं. ये मिसाइल 1500 किलोग्राम के परमाणु हथियार को भी ले जा सकती है. 


अगर मिसाइल की रफ्तार की बात करें तो ये आवाज की स्पीड से 24 गुना ज्यादा है. अग्नि-5 मिसाइल 29,401 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर सकती है. तीन स्टेज के रॉकेट बूस्टर वाली मिसाइल सॉलिड फ्यूल के जरिए उड़ान भरती है. 


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