Adani Ports News: मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन की बरामदगी के बाद अडानी ग्रुप ने फैसला लिया है कि वह अब कंपनी के पोर्ट पर पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान से आने वाले कार्गो को नहीं संभालेगी. ये फैसला 15 नवंबर से प्रभावी हो जाएगा. गौरतलब है कि हाल ही में मुंद्रा पोर्ट पर करीब तीन हजार किलो हेरोइन बरामद हुए थे जिनकी कीमत दो बिलियन डॉलर से अधिक है. 


एक एडवाइजरी कॉपी की एबीपी न्यूज़ ने समीक्षा की जो 11 अक्टूबर को जारी की गई. इसमें कहा गया है कि ये सलाह अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) की तरफ से ऑपरेट किए जा रहे सभी टर्मिनल्स और थर्ड पार्टी पर लागू होगी. APSEZ एक पोर्ट ऑपरेटर है जो शिपिंग लाइंस को सेवाएं प्रदान करता है.


पिछले महीने, अफगानिस्तान से दो कंटेनरों में भारी मात्रा में प्रतिबंधित हेरोइन मुंद्रा बंदरगाह पर बरामद की गई थी. 16 सितंबर को डीआरआई और कस्टम विभाग के ज्वाइंट ऑपरेश में इसका पता चला था. अडानी ग्रुप के प्रवक्ता के मुताबिक, देश भर में कोई भी पोर्ट ऑपरेटर किसी कंटेनर की जांच नहीं कर सकता और उनकी भूमिका पोर्ट को चलाने तक ही सीमित है. अदानी समूह के प्रवक्ता ने कहा, "मुंद्रा या हमारे किसी भी बंदरगाह में टर्मिनलों से गुजरने वाले कंटेनरों या लाखों टन कार्गो पर हमारी कोई पॉलिसिंग अथॉरिटी नहीं है."


मुंद्रा पोर्ट पर बरामद किए गए हेरोइन मामले में शनिवार को एनआईए ने कई जगहों पर छापेमारी की थी. एनआईए के मुताबिक, चेन्नई, कोयंबटूर और विजयवाड़ा में आरोपी/संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, लेख और अन्य सामान जब्त किया गया.


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