नई दिल्ली: 26 जनवरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक्टर दीप सिद्धू को हरियाणा के करनाल इलाके से गिरफ्तार कर लिया. अदालत ने दीप सिद्धू को पूछताछ के लिए 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है. जहां उससे लाल किले पर हुए हमले की साजिश समेत दंगा भड़काने वाले नेताओं और किसान आंदोलन को मिल रही विदेशी फंडिंग की बाबत भी पूछताछ की जाएगी.


दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव के मुताबिक एक सूचना के आधार पर सोमवार की रात लगभग 10:30 बजे दीप सिद्धू को हरियाणा के करनाल इलाके से गिरफ्तार किया गया. उस समय दीप सिद्धू कहीं जाने की तैयारी में था और संभवत किसी आने वाले वाहन का इंतजार कर रहा था. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी के समय दीप सिद्धू अकेला ही था. ध्यान रहे कि दीप सिद्धू की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस लगातार सवालों के घेरे में आ रही थी और इसे लेकर पुलिस का आलाकमान बेहद परेशान भी था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बार फिर आलाकमान की मुसीबतों को हटाया और दीपू सिद्धू को घटना के लगभग 14 दिनों बाद गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद दीप सिद्धू को स्पेशल सेल की तीस हजारी स्थित विशेष अदालत के सामने पेश किया गया, जहां विशेष कोर्ट से दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू से पूछताछ के लिए 10 दिनों की पुलिस रिमांड मांगी.


पुलिस ने कहा कि उसके द्वारा इस्तेमाल मोबाइल/लैपटॉप की बरामदगी के लिये रिमांड ज़रूरी है. उसे मुंबई लेकर जाना है. उसकी निशानदेही पर दूसरे लोगों को गिरफ्तार करना है. बाकी आरोपी दूसरी जगह हो सकतें है. उन तक पहुंचना है, लिहाजा दीप की रिमांड चाहिए. विशेष जज ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि क्या दीप सिद्धू की गिरफ्तारी की बाबत उसके परिजनों में किसी को सूचना दी गई है. इस पर स्पेशल सेल के अधिकारी ने बताया कि उसके भाई को सूचना दी गई थी.


दीप सिद्धू के वकील ने रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि दीप सिद्धू 26 जनवरी के बाद कहीं भी बाहर नहीं गया है और वह गलत समय पर गलत जगह चला गया था. उस बाबत तमाम वीडियो पुलिस के पास है, लिहाजा उसे पुलिस रिमांड पर न दिया जाए, दोनों पक्षों को सुनने के बाद पुलिस की विशेष अदालत ने दीप सिद्धू को पूछताछ के लिए 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सिद्धू ने अब तक हुई पूछताछ में अनेक अहम खुलासे किए हैं. इन खुलासों में उसने किसान नेताओं के नाम समेत अनेक तथ्य दिल्ली पुलिस को बताए हैं. दिल्ली पुलिस इन आरंभिक बयानों की जांच कर रही है .


पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीप सिद्धू ने अपनी आरंभिक पूछताछ में 3-4 किसान नेताओं के नाम लेते हुए बताया है कि यह लोग किसानों को लाल किले पर चलने के लिए उकसा रहे थे. लाल किले पर झंडा फहराने की साजिश में दीप सिद्धू ने अपने बयानों में अनेक खुलासे किए हैं. दिल्ली पुलिस विस्तार से दीप सिद्धू से जानना चाहती है कि इस पूरी साजिश में कौन-कौन लोग शामिल थे और वर्तमान में उनकी लोकेशन कहां है. सूत्रों के मुताबिक दीप सिद्धू ने अपने बयानों में बताया कि लगातार लक्खा सिधाना तथा अन्य लोग उसके संपर्क में थे, लेकिन 26 जनवरी की घटना होने के बाद वह दिल्ली से भाग गया था और उसने अपने तमाम मोबाइल फोन तोड़ कर फेंक दिए थे. दीप ने अपने बयानों में यह भी बताया कि वह जो वीडियो अपलोड करता था. वह अपने दोस्तों के मोबाइल फ़ोन से अपलोड करता था और उसकी सहेली और उसका परिवार अमेरिका में बैठकर उसके नाम पर यह तमाम वीडियो अपलोड करते थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीप सिद्धू ने पूछताछ के दौरान कहा कि जो किसान आंदोलन दिल्ली में चल रहा है, उसमें किसानों का खासकर सरदारों का कोई स्पष्ट नेता नहीं है. सब के अलग-अलग विचार हैं और इस आंदोलन में वामपंथी विचारधारा के ज्यादातर लोग घुस चुके हैं. अपने बयानों में बताया कि फंडिंग में विदेशों से भी पैसा आ रहा है. दीप के बयानों के आधार पर दिल्ली पुलिस जल्दी किसान नेताओं समेत अनेक लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकती है.


बिहार के नए मंत्रियों को मिले विभाग, शाहनवाज हुसैन बने उद्योग मंत्री, संजय झा को मिली ये जिम्मेदारी