नई दिल्ली: विपक्षी दलों की एकजुटता के लिये सोमवार को प्रस्तावित विपक्ष के नेताओं की बैठक से पहले डीएमके नेता एमके स्टालिन ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. स्टालिन के साथ सांसद कनिमोझी, पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा और टीआर बालू भी थे. पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और कनिमोझी पर 2जी घोटाले के आरोप लग चुके हैं. हालांकि पिछले साल दिसंबर में दिल्ली की एक अदालत ने ए राजा और कनिमोझी को बरी कर दिया था.


कांग्रेस की नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान 2008 में दूरसंचार विभाग द्वारा 2जी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस आवंटन में कथित तौर पर अनियमितता हुई थी, जिसका 2010 में कैग की रिपोर्ट आने के बाद व्यापक स्तर पर खुलासा हुआ.





2014 लोकसभा चुनाव से पहले 2जी जैसे घोटालों की वजह से कांग्रेस को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. चुनाव में हार की बड़ी वजह भ्रष्टाचार बनी थी. तब अरविंद केजरीवाल लोकपाल को लेकर आंदोलन कर रहे थे. उस वक्त केजरीवाल ने कहा था, ''चिदंबरम साहब के ऊपर आरोप है कि उन्होंने 2 जी घोटाले के अंदर राजा के साथ मिलकर स्पेक्ट्रम सस्ते दामों पर कंपनियों को बेचा. क्या वही चिदंबरम लोकपाल कानून आने देंगे?''


अब सियासी माहौल बदल चुके हैं. साख बचाने के लिए गठबंधन की कवायद हो रही है और इसी क्रम में उन्होंने ए राजा से मुलाकात की है. आप के सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के आवास पर हुई बैठक में डीएमके नेता ने केजरीवाल के साथ विपक्ष के नेताओं की बैठक के बारे में चर्चा की. समझा जाता है कि लगभग बीस मिनट की मुलाकात के दौरान स्टालिन ने क्षेत्रीय दलों की कांग्रेस के साथ तल्खी को मिटाने की जरूरत पर बल दिया.


विपक्ष की महाबैठक: राहुल, केजरीवाल, ममता, नायडू, तेजस्वी बनाएंगे मोदी सरकार को घेरने की रणनीति


उन्होंने देश के हित में विपक्ष की एकता को जरूरत बताते हुये कहा कि कांग्रेस और आप सहित अन्य क्षेत्रीय दलों को मामूली मतभेद भूल कर एकजुट होना चाहिये. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल विपक्षी दलों के नेताओं की आज होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे. इससे पहले वह तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात करेंगे.