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'मैं, नीतीश कुमार... यह शपथ लेता हूं कि जो विषय बिहार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरे विचार के लिए लाया या मुझे ज्ञात होगा...मैं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संसूचित या प्रकट नहीं करूंगा.'

आज बिहार के पटना में ऐतिहासिक गांधी मैदान में नीतीश कुमार इन शब्दों के साथ 10वीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे. 14 नंवबर को 202 विधानसभा सीटें जीतकर नीतीश फिर से सत्ता में आने को तैयार हैं. इस बार यह शपथ समारोह सिर्फ इसलिए खास नहीं है क्योंकि नीतीश 10वीं बार सीएम बनेंगे, बल्कि इसलिए भी खास है क्योंकि वह गांधी मैदान में चौथी बार शपथ लेने वाले नेता बन जाएंगे. इस समारोह में पीएम मोदी से लेकर कई राज्यों के सीएम भी शामिल होंगे. ऐसे में ट्रैफिक रूट का प्लान तो बनता है. ABP एक्सप्लेनर में समझते हैं कि शपथ समारोह की पूरी प्लानिंग क्या है, इंतजाम कितने कड़े हैं और गांधी मैदान खास क्यों है...

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सवाल 1- नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण समारोह कब, कितने बजे होगा और गेस्ट कौन होंगे?जवाब- 20 नवंबर यानी आज सुबह 11:30 बजे बिहार के गांधी मैदान में शपथ समारोह शुरू होगा. नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे. गांधी मैदान में समारोह की भव्य तैयारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे.

शपथ समरोह के लिए NDA शासित राज्यों के सीएम और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी बुलाया गया है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव, राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस सहित बीजेपी व NDA शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम को निमंत्रण भेजा गया है. इसके साथ ही पद्मभूषण, पद्मश्री सम्मान पाने वाले लोगों, वैज्ञानिकों, साहित्यकारों सहित अन्य खास लोगों को इनवाइट किया गया है.

ताज, मौर्या और चाणक्य जैसे होटलों में 260 कमरे बुक कराए गए हैं. राजभवन में पीएम मोदी के सम्मान में भोज होगा. यहां नरेंद्र मोदी के साथ 150 खास मेहमान होंगे.

शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही गांधी मैदान में NDA की ओर शक्ति प्रदर्शन भी होगा. 3 लाख से अधिक लोगों को जुटाने की तैयारी है. जदयू, बीजेपी, रालोमो और हम के कार्यकर्ताओं और नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. हर विधायकों को 5-5 हजार लोगों को पटना लाना है.

शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि इस तरह का शपथग्रहण समारोह पहली बार हो रहा है, उत्सव का माहौल बना हुआ है. गांधी मैदान में इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह हुआ था, लेकिन इस बार उत्सव के माहौल में होने जा रहा है.

सवाल 2- इस समारोह के लिए क्या-क्या तैयारियां की गई हैं?जवाब- इस समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे, इसलिए गांधी मैदान की सुरक्षा की कमान SPG के पास है...

  • 250 से ज्यादा मजिस्ट्रेट, 250 पुलिस अधिकारी के साथ 2500 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है. गांधी मैदान के आसपास की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं.
  • गांधी मैदान और उसके चारों ओर 24 घंटे ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी रखी जा रही है. भीड़ पर लाइव नजर रखी जाएगी. पटना पुलिस ने कंट्रोल रूम में एक विशेष टीम तैनात की है. पुलिस अधिकारी हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं.
  • पूरे क्षेत्र को कई सेक्टरों में बांटकर अलग-अलग पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है. हर सेक्टर में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती है ताकि किसी भी तरह की इमरजेंसी की हालत में तुरंत कार्रवाई की जा सके.
  • गांधी मैदान में निगरानी के लिए 128 CCTV कैमरे लगे हैं. इनमें 61 स्थिर, 22 पीटीजेड (पैन-टिल्ट-जूम) और 45 एनालिटिकल कैमरे हैं. इनसे मैदान में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है.
  • गांधी मैदान के हर गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और कई स्तरों पर चेकिंग की व्यवस्था की गई है. सुरक्षा मजबूत बनाने के लिए मैदान के चारों ओर और उससे लगी सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है.
  • आम या किसी बीमार व्यक्ति को अचानक दिक्कत होने पर फौरन इलाज देने की सुविधा भी है. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मैदान के सभी दरवाजों पर चिकित्सक स्टाफ, जीवन रक्षक दवाएं और एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी.
  • गांधी मैदान के आसपास की सड़कों और दीवारों की विशेष धुलाई और सफाई की गई है. समारोह के दौरान गांधी मैदान में चलंत शौचालय के साथ-साथ 4 पिंक टॉयलेट और 2 ब्लू कैफे की भी व्यवस्था है.

शपथ समारोह के लिए गांधी मैदान में दो मंच बनाए गए हैं. मुख्य मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शपथ लेंगे. इसी मंच पर पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा और NDA के शासन वाले राज्यों के सीएम बैठेंगे. इसी मंच पर शपथ लेने वाले मंत्री भी बैठेंगे.

मुख्य मंच के ठीक बगल में दूसरा मंच बनाया गया है. इसपर शपथ समारोह के लिए बुलाए गए खास लोगों को बैठाया जाएगा. मंच के आसपास बैरिकेडिंग की गई है. विशेष अतिथियों के लिए अलग रास्ता है. दोनों मंच पर 150 लोग बैठेंगे. गांधी मैदान में प्रवेश के लिए 13 गेट हैं. गेट नंबर वन सिर्फ VVIP गेस्ट के लिए है. इस गेट से वे लोग ही गांधी मैदान जाएंगे, जिन्हें मुख्य मंच पर बैठना है.

18 नवंबर को नीतीश कुमार खुद गांधी मैदान पहुंचे और अपने शपथ ग्रहण की तैयारी का जायजा लिया. नीतीश के साथ सम्राट चौधरी, नितिन नवीन, बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े सहित कई नेता मौजूद थे. पटना के डीएम, एसपी समेत कई अधिकारी साथ थे.

सवाल 3- ट्रैफिक और आने-जाने के लिए इंतजाम और पाबंदियां क्या हैं?जवाब- इस समारोह में 2 से 3 लाख लोगों के इकट्ठे होने की संभावना है, यानी गांधी मैदान छावनी बनने वाला है. इस वजह से ट्रैफिक और आने-जाने के इंतजाम भी पुख्ता हैं. सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक गांधी मैदान के आसपा गाड़ियों की आवाजाही बंद रहेगी...

  • भट्टाचार्या रोड चौराहा से उत्तर गांधी मैदान की ओर किसी भी वाहन का जाना पूरी तरह बंद.
  • डाकबंगला चौराहा, एसपी वर्मा रोड, एग्जीबिशन रोड और फ्रेजर रोड के कुछ हिस्से बंद.
  • गांधी मैदान के मुख्य गोलंबर, पुलिस लाइन तिराहा, रेडियो स्टेशन रोड और भिखना पहाड़ी से गांधी मैदान जाने वाले सभी रास्ते बंद.
  • इनर सर्किल रोड पर भी भारी वाहन और आम गाड़ियां नहीं चलेंगी.
  • बुद्ध मार्ग से पूर्व छज्जू बाग टीएन बनर्जी पथ पर गाड़ियों की नो एंट्री है.
  • नवीन पुलिस केंद्र गेट नं-1 से बैंक रोड को ओर गाड़ियां नहीं चलेंगी.
  • VVIP मूवमेंट के समय (सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक) एयरपोर्ट से गांधी मैदान तक का रूट भी कुछ समय के लिए बंद.
  • रामगुलाम चौक से एक्जीविशन रोड में सड़क पर किसी भी प्रकार के वाहन, ठेले नहीं लगेंगे.
  • जिलाधिकारी आवास (चिल्ड्रन पार्क) से पुलिस लाइन तिराहा तक पार्किंग नहीं होगी, ठेले भी नहीं लगेंगे.
  • गांधी मैदान के बाहर चारों तरफ सड़क पर गाड़ियां, ठेले नहीं लगेंगे.
  • गांधी मैदान में किसी भी प्रकार के वाहन और ठेले की नो एंट्री रहेगी.

सुबह 8 बजे से ही एंट्री शुरू होगी, लेकिन लाइन में लगना पड़ेगा. बैग चेकिंग और फ्रिस्किंग होगी, इसलिए समय से पहले पहुंचें. पटना ट्रैफिक पुलिस ने 7 स्पेशल पार्किंग जोन बनाए हैं-

  1. मिलर हाई स्कूल ग्राउंड.
  2. गांधी मैदान के बाहर निर्धारित जगहें (गेट नंबर 4, 5, 7 के पास).
  3. बांकीपुर बस स्टैंड के पास.
  4. कलेक्ट्रेट घाट.
  5. बीएनआर कॉलेज ग्राउंड.
  6. पटना कॉलेज के पास.
  7. कुछ अन्य सरकारी स्कूल/ग्राउंड (पुलिस वाले गाइड करेंगे).

सवाल 4- नीतीश कुमार पहले कब-कब मुख्यमंत्री बन चुके हैं?जवाब- नीतीश कुमार इससे पहले 9 बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं...

  1. 3 मार्च 2000 को शपथ ली थी. कार्यकाल 10 मार्च तक चला था.
  2. 24 नवंबर 2005 को गांधी मैदान में शपथ ली, कार्यकाल 25 नवंबर 2010 तक रहा.
  3. 26 नवंबर 2010 को गांधी मैदान में शपथ ली और कार्यकाल 19 मई 2014 तक चला.
  4. 22 फरवरी 2015 को शपथ ली, कार्यकाल 19 नवंबर 2015 तक रहा.
  5. 20 नवंबर 2015 को शपथ ली, कार्यकाल 26 जुलाई 2017 तक रहा. शपथ समारोह गांधी मैदान में हुआ.
  6. एक दिन बाद 27 जुलाई 2017 को फिर शपथ ली. कार्यकाल 12 नवंबर 2020 तक रहा.
  7. 16 नवंबर 2020 को शपथ लेकर सीएम बने, 9 अगस्त 2022 को कार्यकाल खत्म हुआ.
  8. 10 अगस्त 2022 को शपथ ली, कार्यकाल 28 जनवरी 2024 तक चला.
  9. 28 जनवरी 2024 को शपथ लेकर सीएम बने, 19 नवंबर 2025 को इस्तीफा दिया.

सवाल 5- नीतीश कुमार इस बार भी गांधी मैदान में शपथ क्यों ले रहे, इसका इतिहास क्या है?जवाब- नीतीश कुमार को गांधी मैदान बहुत शुभ लगता है. उन्होंने जब भी गांधी मैदान में शपथ ली, तो उनकी सरकार 5 साल तक चली. इस बार शपथ समारोह को पूरी तरह बीजेपी और पीएम मोदी संभाल रहे हैं. पीएम मोदी चाहते हैं कि NDA की ताकत पूरा देश देखे. तो दूसरी तरफ बिहार में कोई भी बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम गांधी मैदान के बिना अधूरा माना जाता है. फिर जेपी आंदोलन हो, लालू की रैलियां हों या नीतीश की सभाएं. सब यहीं होती हैं. गांधी मैदान का महत्व अंग्रेजों के जमाने से बना हुआ है...

  • ब्रिटिश राज में गांधी मैदान को बांकीपुर लॉन कहा जाता था. अंग्रेज यहां पोलो खेलते थे.
  • 1942 में जयप्रकाश नारायण ने यहां भाषण दिया था.
  • 5 मार्च 1947 को महात्मा गांधी ने यहां प्रार्थना सभा की थी.
  • 15 अगस्त 1947 को पहली बार इस मैदान में तिरंगा फहराया गया था.
  • 1971 में पाकिस्तान के साथ जंग जीतने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी यहां आईं थीं.
  • 5 जून 1974 को गांधी मैदान में जेपी ने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था.
  • 1990 में जब लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस की सरकार का अंत कर बहार में सामाजिक न्याय की नई शुरुआत की, तो उन्होंने गांधी मैदान में ही शपथ लेने का फैसला लिया.
  • 10 मार्च 1990 को लालू ने गांधी मैदान में ही सीएम पद की शपथ ली थी.
  • 1991 में तत्कालीन सीएम लालू यादव ने गांधी मैदान में मंडल रैली की थी.
  • 18 मार्च 1996 को लालू ने गरीब रैली यहीं निकाली थी.
  • 30 अप्रैल 2003 को लालू यादव ने लाठी रैली की शुरुआत यहीं की थी.