Maoists Surrender In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सली मोर्चे पर तैनात सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को एक बड़ी सफलता मिली है. एक लाख रुपये के इनामी नक्सली ने शनिवार (11 फरवरी) को छत्तीसगढ़ के सुकमा में सरेंडर कर दिया है. सीआरपीएफ के अनुसार, माओवादी कि पहचान दुधी बुधरा, चैतन्य नाट्य मंडली (सीएनएम) के अध्यक्ष तुमलपाड आरपीसी के रूप में हुई है. दुधी बुधरा ने सीआरपीएफ अधिकारियों और छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. 


माओवादी बुधरा के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम था. बुधरा 2018 में माओवादियों के गिरोह में शामिल हो गया था और छत्तीसगढ़ के चिंतागुफा और चिंतलनार जिलों में कई माओवादी गतिविधियों में शामिल था. जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन (पूना नर्कोम अभियान) और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली संगठन के सीएनएम अध्यक्ष ने सुकमा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण (Surrender) किया है.


सुकमा में नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान
सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि "नक्सलियों के खिलाफ सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत लगातार सुकमा जिला पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दौरा करते हुए सभी नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की जा रही है.


नक्सली था कई गतिविधियों में शामिल
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि "छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. इस कड़ी में आज नक्सल संगठन में शामिल सीएनएम अध्यक्ष ने नक्सलवाद को अलविदा कह दिया. इसके साथ ही वह मुख्यधारा से जुड़ गया. समर्पित नक्सली दूधी बुधरा नक्सल संगठन में 2018 में सीएनएम सदस्य के तौर शामिल हुआ था और 2018 से लगातार नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा.


नारायणपुर में नक्सली वारदात 
इधर एक दिन पहले ही नक्सलियों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना का अंजाम नक्सलियों ने दी है. नारायणपुर पुलिस और सुरक्षा बल नक्सलियों के छानबीन में जुटी है.


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