Lootere Webseries Review: थ्रिलर्स की भीड़ के बीच ओटीटी पर एक और क्राइम थ्रिलर आया लेकिन थोड़ी फ्रेश कहानी के साथ. डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुआ लुटेरे. हंसल मेहता के शोज का इंतजार सभी को रहता है आखिर स्कैम सीरीज से उन्होंने सबका दिल जीत जो लिया है. लुटेरे भी उन्हीं का है लेकिन इस बार वो इस शो के शो-रनर बने हैं और इसे डायरेक्ट करने वाले उन्हीं के बेटे जय मेहता है. बज तो इस सीरीज का काफी था चलिए बताते हैं कि क्या आपको इस सीरीज को देखना चाहिए या नहीं.


कहानी
कहानी बेस्ड है सोमालिया में जहां समुद्री लुटेरों ने हलचल मचाई हुई है. यहां एक शिपमेंटआनी है एक बड़े बिजनेसमैन की लेकिन शिप को हाईजैक कर लेते हैं कुछ लुटेरे. यहां एक ऐसा कंटेनर है जिसके अंदर की सामग्री का अगर दुनिया में पता चल जाए तो पूरा मामला बिगड़ जाएगा. दूर देश के एक बंदरगाह की राजनीति से ये सीरीज शुरू होती है. वहां रह रहे इंडियन विक्रांत गांधी को फिर से बंदरगाह चलाने वाली समिति का अध्यक्ष बनना है लेकिन मामला उनकी सोची सियासत के हिसाब से आगे बढ़ नहीं पाता है. ऐसे में अगर ये कंटेनर बंदरगाह तक पहुंचा तो मामला बिगड़ सकता है. समुद्री लुटेरों की मदद ली जाती है, इस कंटेनर को ला रहे जहाज को रोकने के लिए लेकिन क्या वो लुटेरे इसे रोक पाते हैं, इन सबके बीच शिप के कप्तान और स्टाफ के बीच क्या क्या होता है इन सभी को दिखाती है ये सीरीज. हॉटस्टार ने फिर से वही किया आधी सीरीज तो छोड़िए, इस बार सिर्फ दो एपिसोड ही रिलीज किए गए और बाकि एक एक करके हर हफ्ते आएंगे.


कैसी है सीरीज
कहानी दिलचस्प है. बीच बीच में आपको सलमान खान की फिल्म भारत की भी याद आएगी. डायरेक्टर के तौर पर जय मेहता ने इस सीरीज को एंगेजिंग रखने की पूरी कोशिश की है. सीरीज के पहले एपिसोड की रफ्तार भी तेज है और पहले ही एपिसोड में प्लॉट क्लियर समझ आता है वहीं दूसरे एपिसोड में रफ्तार को काफी धीरे रखा गया. जिस तरह से इसका शूट हुआ है और सेटअप तैयार किया गया है साफ दिखता है कि ऐसा ट्रीटमेंट हमनें हिंदी वेबशोज में कम ही देखा है. सीरीज की कास्टिंग पर भी अच्छा ध्यान दिया गया. यहां कहानी को इतना जोरदार रखा गया कि मेकर्स ने बहुत बड़े चेहरे लेना जरुरी नहीं समझा जो शायद उन्हीं के हक में काम भी करे. देखते हैं कि आने वाले एपिसोड में क्या ये सीरीज और धीमी होती जाती है या तब भी इतनी ही दिलचस्प बनी रहती है.


एक्टिंग
एक्टर्स में वेब सीरीज में रजत कपूर सबसे जाने पहचाने हैं जिन्होंने कई दमदार रोल पहले भी किए हैं बाकी सारे चेहरे आपको नए लगेंगे. रजत कपूर ने यहां भी लाजवाब काम किया है. विवेक गोम्बर कहानी के मुख्य किरदार हैं. शुरुआत में कुछ देर लगती है उनके कैरेक्टर और उनकी एक्टिंग को समझने में लेकिन धीरे धीरे आपको वो कैरेक्टर पसंद आने लगेगा. उन्हीं के एक्शन्स पर टिकी है आगे की कहानी भी. बाकी बरकत, वोरा, सान्याल, खानविलकर जैसे कई एक्टर्स ने भी यहां अच्छा काम किया. ये सीरीज आपको फील नहीं होने देती कि यहां कोई स्टार नहीं है.


डायरेक्शन और प्रोडक्शन
बतौर डायरेक्टर जय मेहता ने कहानी को भी अच्छे से समझा है और इसे अच्छे दिखाने की कोशिश भी की है. बाकि आगे के एपिसोड में देखते हैं कि क्या वो इस रोल में पूरी तरह पास हो पाते हैं या नहीं। सीरीज का प्रोडक्शन वैल्यू, सेट कमाल का है. काफी बारीकी पर ध्यान दिया गया है और वो आपको हर सीन में दिखता भी है. सीरीज का बैकग्राउंड म्यूजिक बहुत दमदार है और हंसल मेहता के शो से आप इसी की उम्मीद भी रखते हो. साथ ही साथ सिनेमेटोग्राफी अच्छी है. डीप लेवल वाटर की कहानी को अच्छे से दिखा पाना आसान काम नहीं लेकिन यहां कई फ्रेम को देखकर आपको मजा आएगा.


अभी तक के रिलीज हुए दो एपिसोड के हिसाब से ये सीरीज हंसल मेहता की एक और हिट सीरीज बनती दिख रही है जिसकी कहानी में वो बात है. अगर आप भी क्राइम थ्रिलर या कहें वाटर लेवल क्राइम थ्रिलर देखने में दिलचस्पी रखते हैं तो आपको ये शो पसंद आ सकता है. 


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