Diet for Malnutrition In Kids: कुपोषण यानी Malnutrition एक ऐसी बीमारी है जो बच्चे या बड़े किसी को भी हो सकती है. ये बीमारी खासतौर पर बच्चों में ज्यादा होती है. अविकसित देशों में ये समस्या बड़े पैमाने पर फैली है. हमारे देश में भी जिन इलाकों में बहुत गरीबी है वहां बच्चे कुपोषण के शिकार हो सकते हैं. अगर ध्यान ना दिया जाये तो बीमारी मध्यमवर्गीय लोगों के बच्चों या उनमें भी हो सकती है जहां खाने-पीने की कोई कमी नहीं. दरअसल ज्यादा लाड़-प्यार में भी कई बच्चे खाने में बहुत सेलेक्टिव हो जाते हैं अपनी पसंद के खाने की वजह से उनको वो न्यूट्रिशन नहीं मिल पाता जो शरीर को चाहिये. अगर बच्चों को इस बीमारी से बचाना है और अंदर से मजबूत बनाना है तो इस तरह का खाना खिलायें


कुपोषण से बचाने वाला खाना
कुपोषण में खासतौर पर बच्चे में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल की कमी हो जाती है जिनसे उनके शरीर और दिमाग का विकास रुक सकता है. बच्चे के खाने में साबुत अनाज, फल, दूध और भरपूर मात्रा में पानी होना चाहिये ताकि उसे सही पोषण मिले. साथ ही डॉक्टर से सलाह लें और कुछ दिन मल्टीविटामिन, आयरन और मिलरल्स की दवायें भी खिलायें. कुपोषण को घर में सही तरीके से खाना खिलाने से भी ठीक किया जा सकता है. जानिये 5 साल तक के बच्चों को कैसा खाना खिलाना चाहिये. 


ब्रेकफास्ट- बच्चों को सुबह के नाश्ते में घर का बनी डिश खिलायें. हेल्दी ऑप्शन में परांठा, दूध दलिया, नमकीन दलिया रख सकते हैं. परांठे के साथ सॉस, ओट्स और ब्रेड जैसी चीजें अवॉइड करें.


स्नैक्स- मिड स्नैक्स में बच्चे को उसकी उम्र और डाइट के हिसाब से मिल्क दें. अगर सुबह दलिया में दूध लिया है तो आप केला या कोई भी सीजनल फ्रूट दे सकती हैं.


लंच- खाने में बच्चे को दाल, रोटी, सब्जी, चावल और दही खिलायें. कई बार छोटे बच्चे सब्जी या दाल नहीं खाते तो उनके लिये वेजीटेबल परांठा बना सकते हैं. या दाल को पीस कर उसकी रोटी और परांठा खिलायें


शाम का स्नैक्स- शाम को बच्चे को 1 ग्लास मिल्क दें. साथ में चाहें तो बिस्किट दे सकती हैं या रोस्टेड मखाना, चना, 1-2 काजू या फिर कोई पसंद का थोड़ा सा ड्राईफ्रूट दे सकती हैं


डिनर- रात के खाने में बच्चे को रोटी सब्जी या जो रुटीन का खाना बनता है वो खिलायें. अगर बच्चा जल्दी डिनर करता है तो सोते वक्त उसे मिल्क दे सकते हैं.
बच्चों की डाइट में इन बातों का रखें ख्याल


छोटे बच्चे एक दिन में कमजोर नहीं होते और एक दिन में मोटे नहीं होंगे, इसलिये लगातार कई महीने तक उनके खान-पान पर ध्यान दें. उनकी डाइट से फास्टफूड, टॉफी चॉकलेट, चिप्स, पैक्ड जूस सब एकदम ज़ीरो कर दें. साथ ही इस बात का ख्याल रखें कि घर के बने खाने में भी कोई चीज ज्यादा ना हो, बहुत ज्यादा घी, तेल पनीर, अंडा या मीठा ना खिलायें. हेल्दी और बैलेंस्ड खाना दें जिसमें पूरे न्यूट्रिश मिले.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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