राजस्थान घूमने की तमन्ना रखने वाले सबसे पहले जयपुर जाना पसंद करते हैं. अगर आप जयपुर के लिए करीब पांच दिन का ट्रिप बना रहे हैं तो सिर्फ गुलाबी शहर की रंगीनियत में खोने की जरूरत नहीं है. आप जयपुर के 200 किमी के दायरे में आने वाले इन पॉइंट्स को भी कैप्चर कर सकते हैं और रंगीलो राजस्थान को बखूबी देख सकते हैं. 


बेहद खास है अजमेर


बात खूबसूरती की हो या धार्मिक महत्व की, अजमेर दोनों ही मामलों में किसी से कम नहीं है. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जाने वालों का तो यहां हर वक्त तांता लगा रहता है. इसके अलावा अढाई दिन का झोपड़ा, फाय सागर, तारागढ़ का किला, नसियां मंदिर और आना सागर झील भी दिल लूटने के लिए काफी हैं. यह शहर जयपुर से महज 130 किमी दूर है.


सरिस्का की तो बात ही अलग है


अगर वाइल्ड लाइफ सफारी के शौकीन हैं तो जयपुर से महज 110 किमी दूर मौजूद सरिस्का जाना बनता है. अगर आप जयपुर से अलवर जा रहे हैं तो सरिस्का भी साथ कवर कर सकते हैं. सरिस्का में टाइगर, लकड़बग्घा, सांभर, गोल्डन सियार आदि जानवरों के दीदार हो सकते हैं. साथ ही, नीलकंठ मंदिर, भर्तहरि मंदिर और जय समंद झील के नजारे भी ले सकते हैं.


दमदार है पुष्कर


सरिस्का और अलवर घूम लिया है तो लगे हाथ पुष्कर का भी प्लान बना सकते हैं. यह जयपुर से महज 140 किमी दूर है. पूरी दुनिया में ब्रह्मा जी का मंदिर सिर्फ पुष्कर में है, जिसके चलते इसे तीर्थराज भी कहा जाता है. 52 घाटों वाली पुष्कर झील तो जरूर जाना चाहिए, क्योंकि इसके आसपास करीब 500 मंदिर हैं. इसके अलावा ऊंट मेला भी काफी आकर्षक होता है. 


अलवर का तो गजब कलेवर


जयपुर से अलवर करीब 150 किमी दूर है. यह राजस्थान के सबसे खूबसूरत शहरों में शुमार है, क्योंकि यहां तमाम ऐतिहासिक इमारतें, बगीचे, झीलें और मंदिर हैं. अगर आप अलवर गए हैं तो मूसी महारानी छतरी, फतहगंज का गुंबद, पुर्जन विहार, कंपनी बाग, सिटी पैलेस, विनय विलास महल आदि जरूर जाएं.


राजस्थान की शान है रणथम्भौर


उत्तर भारत के सबसे बड़े वाइल्ड लाइफ पार्क को देखना चाहते हैं तो जयपुर से 160 किलोमीटर दूर मौजूद रणथम्भौर जरूर जाएं. सवाई माधो सिंह जिले में आने वाले इस वाइल्ड लाइफ पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर के दीदार हो सकते हैं. इसके अलावा रणथम्भौर का किला, त्रिनेत्र गणेश मंदिर, सुरवाल झील, काचिदा घाटी, राज बाग खंडहर आदि भी देख सकते हैं, जिन्हें देखकर आपके मुंह से वाह जरूर निकलेगा.


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