एकदम साफ आसमान, टिमटिमाते तारे और हाथों में पार्टनर का हाथ... ऐसे दिलकश नजारों के साथ रोमांटिक वक्त हर कोई बिताना चाहता है. दरअसल, हर कपल की चाहत होती है कि उन्हें घूमने के लिए ऐसा ठिकाना मिले, जहां न सिर्फ सुकून हो, बल्कि फिजा ही रूमानियत का एहसास कराए. ऐसे ही कुछ ठिकाने उत्तराखंड में भी हैं, जहां आप पार्टनर के साथ तारों भरा आसमान भी निहार सकते हैं.


रानीखेत का मजखाली बेहद खास


रानीखेत का नाम तो आपने सुना ही होगा. इससे महज 12 किलोमीटर दूर मजखाली गांव है, जहां का नजारा न सिर्फ आपका दिल जीत लेगा, बल्कि सुकून के पल भी देगा. रात के वक्त यहां आसमान इतना ज्यादा साफ होता है कि तारे टिमटिमाते नजर आते हैं. दरअसल, मजखाली में पॉल्यूशन बिल्कुल भी नहीं है. काफी ज्यादा हरियाली की वजह से आसमान एकदम साफ रहता है, जिसके चलते टिमटिमाते तारे बेहद खूबसूरत नजर आते हैं. पार्टनर के साथ रोमांटिक स्पॉट पर घूमने जाना चाहते हैं तो यह एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है.


मन मोह लेगा पिथौरागढ़ का मुनस्यारी


पिथौरागढ़ से करीब पांच घंटे की दूरी पर मौजूद मुनस्यारी को हिमनगरी के नाम से भी जाना जाता है. यहां भी रात के वक्त तारों से भरा आसमान इतना खूबसूरत लगता है कि इसे देखने के खातिर आप हर चीज भूलने के लिए तैयार हो जाएंगे. जानकारों की मानें तो उत्तराखंड के इस पॉइंट को तारों भरा आसमान देखने के लिए सबसे बेहतरीन जगह बताया गया है. रात के वक्त यहां टिमटिमाते तारों को देखकर लगता है कि वे आपस में बात कर रहे हैं.


बेहद शानदार है उखीमठ का देवरिया ताल


उखीमठ शहर से करीब सात किलोमीटर दूर देवरिया ताल है. यह जगह समुद्र तल से करीब 2500 मीटर की ऊंचाई पर है, जिसके चलते यहां पहुंचने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. हालांकि, रात के वक्त यहां का नजारा इतना खूबसूरत होता है कि लोग खुशी-खुशी रास्ते की मुश्किलें झेलने के लिए तैयार हो जाते हैं. दरअसल, यहां का दिलकश नजारा सारी थकान खुद-ब-खुद खत्म कर देता है. 


कमाल है कुआरी दर्रा


पांच नदियों का घर देखना चाहते हैं तो आप अपने पार्टनर के साथ कुआरी दर्रा चले आइए. यह एक ऐसा स्पॉट है, जहां सूरज और चांद को एक साथ देखा जा सकता है. अगर आप अमावस्या के दिया या चांद के अस्त होने के बाद यहां आते हैं तो आकाशगंगाओं को भी देख सकते हैं. 


मसूरी की जॉर्ज एवरेस्ट पीक भी किसी से कम नहीं


तारों से भरा आसमान निहारने की चाह रखते हैं तो मसूरी से करीब छह किलोमीटर दूर मौजूद जॉर्ज एवरेस्ट पीक किसी से कम नहीं है. अमावस्या के दौरान या चांद के अस्त होने के बाद आप यहां आकाशगंगा का भी दीदार कर सकते हैं. खास बात यह है कि जॉर्ज एवरेस्ट पीक पर हमेशा आसमान एकदम साफ और तारों से भरा नजर आता है.


 


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