Yogini Ekadashi 2021 Vrat Niyam: आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी कहते हैं. साल 2021 में योगिनी एकादशी का व्रत 5 जुलाई को रखा जायेगा. इस व्रत को करने से पहले एकादशी व्रत के नियम भलीभांति जानलें. उसके बाद ही इसका पालन करते हुए व्रत रखें. तभी योगिनी एकादशी व्रत का फल मिलेगा. आइये जानें योगिनी एकादशी व्रत के नियम:




  • योगिनी एकादशी व्रत के नियम के अनुसार, इस व्रत के दौरान कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए तथा बड़ों का सम्मान करना चाहिए.

  • योगिनी एकादशी व्रत के दौरान किसी के दिल को ठेस नहीं पहुंचना चाहिए एवं जरूरतमंदों की मदद जरूर करना चाहिए.

  • योगिनी एकादशी व्रत के दिन घर में केवल सात्विक भोजन ही करना चाहिए. इस दिन घर में अंडा, मांस, मदिरा आदि का सेवन कतई नहीं करना चाहिए.

  • दशमी की रा​त से ही द्वादशी की रात तक ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

  • योगिनी एकादशी व्रत के लिए दशमी की रात से ही जमीन पर सोना चाहिए तथा एकादशी की रात को जागकर भगवान का ​कीर्तन करना चाहिए.

  • इस एकादशी व्रत के दौरान यदि आराम करने की जरूरत पड़े तो जमीन पर ही आराम करें.

  • एकादशी के व्रत में दशमी की रात से लेकर द्वादशी के सुबह एकादशी व्रत के पारण करने तक अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए.

  • भक्त अपनी श्रद्धा और शक्ति से निर्जला, सिर्फ पानी लेकर, फल लेकर या एक समय फलाहार लेकर योगिनी एकादशी व्रत को करना चाहिए.

  • एकादशी व्रत के नियम दशमी को सूर्यास्त के बाद से ही लागू हो जाते हैं. इस लिए एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को दशमी के दिन भोजन सूर्यास्त के पहले कर लेना चाहिए. इसके बाद व्रत शुरू होता है और द्वादशी के दिन पारण करने तक चलता है.