Vinayak Chaturthi 2021 Shubh Muhurt: हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी है. यह तिथि आज यानी 15 मई 2021 दिन शनिवार को है. विनायक चतुर्थी व्रत में विघ्नहर्ता गणपति बप्पा की विधि पूर्वक पूजा की जाती है. इस दिन लोग व्रत रखकर श्री गणेश भगवान की आराधना करते है और गणेश चालीसा का पाठ करते हैं. इससे भक्त की मनोकामना पूरी होती है. आइये जानें पूजा विधि , महत्व औए शुभ मुहूर्त



पूजा विधि: इस दिन सुबह उठकर स्नानादि कर लें. उसके बाद घर के पूजा स्थल की सफाई कर लें. अब पूजा वेदी पर बैठकर पूजा चौकी पर गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित करें. उनका जलाभिषेक कर साफ़ कपड़े पहनाएं. अब उन्हें उनकी प्रिय चीज दूर्वा अर्पित करें और सिंदूर का तिलक लगाएं. श्री गणेश भगवान के सामने दीप प्रज्वलित करें. गणेश चालीसा का पाठ करके भगवान गणेश की आरती करें. उसके बाद प्रसाद वितरण करें. यदि आप व्रत रखना चाहते है तो पूरे दिन व्रत रखें. अगले दिन पुनः पूजा-पाठ करके व्रत का समापन करें. गणेश भगवान की पूजा शुभ मुहूर्त में ही करें.


विनायक चतुर्थी व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त: जो लोग आज यानी 15 मई दिन शनिवार को विनायक चतुर्थी का व्रत रखेंगें. उनके लिए पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 17 मिनट से दोपहर 01 बजकर 53 मिनट के बीच तक है. वे इस शुभ मुहूर्त में गणपति की पूजा कर सकते हैं. इन दिन गणेश पूजा के लिए कुल 2 घंटा 36 मिनट का समय मिलेगा. भक्त इस बात का ध्यान रखें कि वे इस दिन चंद्रमा का दर्शन भूलकर भी न करें. इस दिन चंद्रमा का दर्शन करना अशुभ माना जाता है.   


आज का अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka Ashubh Muhurat):


आज विनायक चतुर्थी को दुर्मुहूर्त सुबह 05:30 बजे से 07:19 बजे तक रहेगा. वहीं वर्ज्य मुहूर्त का समय शाम 05:57 बजे से 07:44 बजे तक है.  राहुकाल 08:54 ए एम से 10:36 ए एम तक रहेगा.


विनायक चतुर्थी का महत्त्व


हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का दिन का बहुत अधिक महत्व रखता है. ऐसी मान्यता है कि विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा- अर्चना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस दिन व्रत रखने से सभी प्रकार के विघ्न दूर हो जाते हैं.