Shani Pradosh Vrat 2023: सावन का महीना शुरु होते ही लोग शिव भक्ति में डूब जाते हैं. सावन का महीना बहुत पवित्र महीना होता है. एक वर्ष में 12 शिवरात्रि पड़ती है. लेकिन इसमें दो शिवरात्रि बेहद महत्वपूर्ण बताई गई हैं. जिसमें फाल्गुन मास में पड़ने वाली शिवरात्रि महत्वपूर्ण होती है जिसे महाशिवरात्रि कहा जाता है. इसके अलावा दूसरी महत्वपूर्ण शिवरात्रि सावन माह की मानी जाती है. शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया.


साल 2023 में  सावन मास की शिवरात्रि 15 जुलाई 2023, शनिवार के दिन पड़ेगी. 15 जुलाई शनिवार का दिन बेहद खास है. साथ ही इस दिन त्रयोदशी तिथि भी है, इसीलिए त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा. साथ ही इस दिन शनिवार होने से प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत भी कहेंगे. श्रवण मास का प्रदोष व्रत बेहद खास है इस बार प्रदोष व्रत पर बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है. इस बार प्रदोष व्रत के साथ साथ सावन शिवरात्रि का योग है साथ ही इस दिन शनिवार होने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाएगा.



जल चढ़ाने का महत्व (Jal Chadhane Ka Mahatav)-


शनि प्रदोष व्रत के दिन विधि-विधान से शिव जी की पूजा की जाती है. इस दिन एक लोटा जल का शिवलिंग पर अर्पित करने से आपके सभी दुखों का निर्वाण होता है. भोलेनाथ इतने भोले हैं कि मात्र एक लोटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं. वहीं इस दिन शनि देव की भी पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है. शिव जी का इस दिन जलाभिषेक करने अच्छा होता है.


कैसे करें शनि प्रदोष व्रत पर शनि देव की पूजा? (Kaise Karen Shani Dev Ki Pooja)


छाया दान- शनि प्रदोष व्रत के दिन सरसों के तेल सिक्का डाल दें, उसमें अपनी छाया देख कर किसी को दान में दे दें. शनि प्रदोष व्रत के पर छाया दान बेहद लाभकारी माना गया है.


काले कुत्ते को रोटी- शनि प्रदोष व्रत के दिन काले कुत्ते को रोटी में गुड़ डाल कर जरुर खिलाएं. ऐसा करने शनि दोष से मुक्ति मिल जाती है.


शनि देव पर तेल चढ़ाएं- शनि प्रदोश व्रत के दिन शनि देव पर सरसों का तेल चढ़ाएं, साथ ही इस दिन पीपल के पेड़ पर तेल का दीया जलाएं.


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