Saubhagya Sundari Teej 2025 Vrat Katha in Hindi: शनिवार, 8 नवंबर 2025 को सौभाग्य सुंदरी तीज का व्रत है. यह व्रत हर साल मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. सुहागिन स्त्रियां इस पवित्र दिन पर माता पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करती हैं और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं.
सौभाग्य सुंदरी तीज पर आज 8 नवंबर को पूजा के लिए सुबह 06:00 बजे से 08:30 तक का समय रहेगा. महिलाएं इस मुहूर्त में पूजा-अर्चना कर लें. माता पार्वती ने शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था. इससे पहले पार्वती पूर्वजन्म में सती थीं, जिसने शिव के अपमान पर अपना देह त्याग दिया था. सौभाग्य सुंदरी तीज का व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की इसी पवित्र कथा से जुड़ा है. आइए जानते हैं इस कथा के बारे में-
सौभाग्य सुंदरी तीज व्रत कथा
तीज व्रत से जुड़ी कई कथाएं प्रचलति हैं और सभी शिव-पार्वती से जुड़ी हैं. पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार देवी सती बिना बुलाए अपने पिता के घर यज्ञ में पहुंच गईं. वहां पिता ने भगवान शिव का उपहास करते हुए कई बातें कहीं. पति शिव का अपमान सती को सहन नहीं हुआ और उनसे हवन कुंड की अग्नि में अपने शरीर का त्याग दिया.
शरीर त्यागते समय उन्होंने अपने पिता से यह वादा किया कि वह हर जन्म में हमेशा भगवान शिव की पत्नी के रूप में ही वापस आएगी. सती का अगला जन्म पार्वती के रूप में हुआ. इस जन्म में माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठिन तपस्या की. उन्होंने वर्षों तक कठोर व्रत रखे, जंगलों में रहकर केवल फल-फूल और पत्तों पर जीवन यापन किया.
आखिकार सती के वर्षों की तपस्या से प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें दर्शन दिए और अपनी पत्नी के रूप में भी स्वीकार किया. तब से ही सौभाग्य सुंदरी व्रत की परंपरा चली आ रही है. इस व्रत को वैवाहिक जीवन में प्रेम, सौहार्द और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है.
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