Safalta Ki Kunji: माना जाता है कि सफल लोगों में एक बात समान होती है. वह कुछ ऐसी खास आदतें अपना लेते हैं, जिन्हें कैसे भी हालात हों, उन्हें जरूर दोहराते हैं. फिर भी लोगों के सफलता का मापदंड अलग-अलग होता है. कोई पैसा चाहता है तो कोई शोहरत, कोई अच्छी जिंदगी जीना चाहता है तो कोई ऐशोआराम. इसमें कुछ सफल होते हैं तो कुछ असफल. जीवन में सफल होने के कई उपाय हैं, लेकिन सफल लोगों के अपनाए उपाय अपेक्षाकृत कम परिश्रम वाले होते हैं. आइए जानते हैं ऐसे कुछ नियम.


हमेशा बड़ा सोचिए, प्लानिंग छोटी-छोटी करें
ज्यादातर लोग अपना लक्ष्य बेहद छोटा तय करते हैं, जिसे पाकर खुश हो जाते हैं. जबकि कुछ बहुत बड़ा लक्ष्य रख कर कोशिश तो करते हैं, लेकिन नाकाम रह जाते है, इसलिये आप अपना लक्ष्य हमेशा बड़ा रखें, लेकिन उसे पाने के लिए कार्ययोजनाओं का बेहद छोटा या संतुलित रखें.


अपनी पसंद को परखें, फिर तय करें काम
अगर आपका आपकी रूचि अनुसार है तो उसमें अपना 100 प्रतिशत देते हैं. मगर आप काम अच्छे से करते हैं इसके बावजूद बदले में कुछ नहीं मिलता है तो समझिये कि आप सफलता के मार्ग पर है।
 
जीवन में संतुलन बनाना जरूरी 
हमारे जीवन में निरंतर कई तरह की लड़ाइयां चलती हैं. पारिवारिक और व्यावसायिक, शांति और कलह आदि. ऐसे में हम परफेक्ट नहीं हो सकते, लेकिन इसे हम कैसे डील करते हैं, यही सफलता तय करता है.


नाकामी का डर हटाएं, सफलता सुनिश्चित करें 
कहा जाता है कि असफलता का मतलब है कि सफलता का प्रयास पूरे मन से नहीं किया जाना. यानी असफलता किसी काम को दुबारा और अच्छे तरह से करने का मौका देता है. इसी तरह जब आप तय करते हैं कि चाहे कुछ भी हो, कितना भी मेहनत पड़े, हमें लक्ष्य पाना ही है, यही संकल्प सफल बनाता है.


कर्मठी बनें, नए विचारों से जुड़ें
आमतौर पर कुछ लोग अपना लक्ष्य तय करने के बाद उसके मुताबिक परिश्रम नहीं करते, जिससे सफल नहीं हो पाते हैं. मगर ध्यान रखें कि मंजिल तक पहुंचने के लिए चलना ही होगा. इसी तरह नए विचार नई क्रांति को जन्म देते हैं, ऐसे में नए विचार, नई योजनाओं को जुड़ने का प्रयास करते रहें.


अपनी क्षमता पर भरोसा रखें
कोई भी काम शुरू करने से पहले अपने मन को यह पूरी तरह समझा दें कि मैंने जो सपना देखा है उसे मैं पूरा कर सकता हूं, जो व्यक्ति अपनी सोच को, अपनी मानसिक दशा को हमेशा सकारात्मक रखता है, उसे सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता, क्योंकि जैसे ही हम नकारात्मक सोचना शुरू करते हैं, हम अपने लक्ष्य से दूर होते जाते हैं.


निराशा की भावना रोक नहीं सकती
कभी- कभी हम जब सफलता की राह पर अग्रसर होते हैं तो कुछ निराशात्मक बातें सामने आतीं हैं, अगर उन बातों पर ध्यान न देकर सिर्फ लक्ष्य के बारे में सोचते हैं तो हमें सफलता मिलती है. सफल होने के लिए आपको एक सामान्य आदमी से ज्यादा काम करना होगा, तभी आप टॉप पर पहुंच सकते हो.


सदैव अंतर्मन की सुनिए और उसे ही मानिए
जब भी हम कोई काम करते हैं, हम अपने आप से बातें करते हैं। हमें हमेशा अपने मन की सुनकर ही निर्णय करना चाहिए. क्योंकि ये मन ही होता है जो आपको सब कुछ सच-सच बताता है.


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