Nag Panchami 2020: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु को अशुभ ग्रह माना गया है. राहु और केतु जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति का जीवन कठिनाइयों से भर देते हैं. विशेष बात ये है कि राहु और केतु ऐसे ग्रह हैं जो व्यक्ति को लगातार परेशानी देते हैं. व्यक्ति का जीवन में दुखों और संकटों से भर देते हैं. व्यक्ति कुछ भी करे उसका परिणाम सदैव नकारात्मक ही आता है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति का आत्मविश्वास खत्म हो जाता है. मन में आत्महत्या जैसे विचार आने लगते हैं. व्यक्ति अपने आप को अकेला महसूस करने लगता है.


शिक्षा और करियर में आती है बाधा
ये दोनों ग्रहों में से यदि कोई ग्रह भी अशुभ होता है तो शिक्षा और करियर में भी बाधा खड़ी करते हैं. व्यक्ति की पढ़ाई में अड़चन आती है. करियर को लेकर लगातार मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है. कोई न कोई ऐसी बाधा आती रहती है जिसकी कल्पना भी नही की होगी.


समुद्र मंथन से जुड़ी है कथा
देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन की प्रकिया आरंभ हुई तो उसमे से अमृत का कलश निकला. अमृत कलश निकलते ही देवताओं और असुरों में विवाद शुरू हो गया . तब भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया और अमृत लेकर देवताओं का पिला दिया. जिस पंक्ति में देवतागण बैठे थे उसी पंक्ति में एक असुर भी छिपकर बैठ गया. चंद्रमा और सूर्य ने इस बात की जानकारी भगवान विष्णु को दे दी. विष्णु जी ने तुरंत सुदर्शन चक्र को आदेश दिया. जिससे असुरों का सिर और धड़ अलग हो गया. अमृत पीने से असुर की मृत्यु नहीं हुई. बाद में सिर राहु और धड वाला हिस्सा केतु कहलाया.


नाग पंचमी पर करें उपाय
नाग पंचमी का त्योहार नाग पूजा से जुड़ा हुआ है. नाग पंचमी के दिन नाग देवताओं की पूजा का विधान है. नाग भगवान शिव के गले में विराजते हैं. इस दिन भगवान शिव की भी पूजा होती है. नाग पंचमी के दिन मिट्टी से नाग बनाकर दूध, मिष्ठान और पुष्प आदि से पूजन करें. शिव मंत्र और शिव चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से राहु और केतु की अशुभता कम होती है.


Nag Panchami 2020: 25 जुलाई को है नाग पंचमी, जॉब और व्यापार में आ रही है बाधा तो इस दिन करें ये उपाय