Chandra Grahan 2023: आज 28 अक्टूबर 2023 को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. ये आंशिक चंद्र ग्रहण (खंडग्रास) होगा जो भारत में भी दिखाई देगा. भारत में  चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंट पहले यानि दोपहर 2.52 से शुरू हो जाएगा.


शास्त्रों में ग्रहण को अशुभ माना गया है वहीं विज्ञान में ये एक खगोलिया घटना है. कहते हैं कि चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए, न ही ग्रहण को नंगी आंखों से देखना चाहिए. जानें क्या हैं ग्रहण से जुड़े मिथक और क्या कहता है विज्ञान-


चंद्र ग्रहण से जुड़े मिथक (Chandra Grahan Myth)


ग्रहण को लेकर कई तरह के मिथक भी प्रचलित हैं. लोगों के मन में आज भी यह एक डर है कि चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से देखने पर नेत्र संबंधी रोग हो सकते है. धार्मिक मान्यता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, बुरी शक्तियां ब्रह्मांड में प्रभावी रहती हैं जो व्यक्ति पर बुरा असर डालती है इसलिए इस दौरान चांद को देखने, घर से बाहर निकलने, भोजन करने की मनाही होती है लेकिन विज्ञान इन मिथक से परे है.


विज्ञान में चंद्र ग्रहण को लेकर अहम बातें (Chandra Grahan Scientific Facts)


विज्ञान में चंद्र ग्रहण को खगोलीय घटना बताया है. जब चंद्र के कुछ हिस्से पर पृथ्वी की छाया पड़ती है तब आंशिक चंद्र ग्रहण लगता है. पूर्णिमा पर चंद्रमा सामान्य से थोड़ा बड़ा दिखाई देगा लेकिन ग्रहण के इसका आधा हिस्सा हल्का लाल नजर आएगा. जानकारों के अनुसार चंद्र ग्रहण को खुली आंखों देखना सुरक्षित है, जबकि सूर्य ग्रहण नंगी आंखों से देखना विज्ञान में भी नुकसानदायक बताया गया है. इसे देखने के लिए किसी प्रकार का चश्मा, एक्स-रे या आई प्रोटेक्टिव केयर का इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं पड़ती. अब जानते हैं कि 28 अक्टूबर 2023 को लगने वाला चंद्र ग्रहण का समय क्या रहेगा-


चंद्र ग्रहण 2023 कब से कब तक (Chandra Grahan 2023 Time)


शरद पूर्णिमा पर 29 अक्टूबर को देर रात 01 बजकर 06 मिनट से चंद्र ग्रहण की शुरुआत होगी. इसका समापन देर रात 02 बजकर 22 मिनन पर होगा. चंद्र ग्रहण की अवधि 01 घंटा 16 मिनट 16 सेकंड रहेगी.


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