Lok Sabha Election 2024: सोमवार 20 मई 2024 को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024)के पांचवें चरण (Fifth Phase) का मतदान होगा, जिसमे 49 लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होगा. इसलिए चुनाव का पांचवां चरण सबसे महत्वपूर्ण और निर्णायक भूमिका निभाएगा.


देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai Chunav) में भी मतदान होंगे. इस चरण में तीन धुरंधर भी चुनाव में उतरें हैं (अमेठी से स्मृति ईरानी (Smriti Irani), हाजीपुर से चिराग पासवान (Chirag Paswan) और मुंबई से पियूष गोयल (Piyush Goyal)).


पांचवें चरण के चुनाव में ग्रह-नक्षत्र की स्थिति


20 मई को रात तक चित्रा नक्षत्र (Chitra Nakshatra) रहेगा और 03 बजकर 59 मिनट तक द्वादशी तिथि रहेगी. इसी दिन प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024) भी रहेगा जोकि भगवान शिव (Shiv ji) का महत्वपूर्ण पर्व है.


स्कंद पुराण ब्राह्मखण्ड-ब्रह्मोत्तरखण्ड अध्याय क्रमांक 6-7 के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव अपने महाकैलाश पर्वत में नृत्य करते हैं.


इसी अध्याय में आगे लिखा गया है कि, प्रदोष व्रत के दिन संपत्तियों से पूजित होता है और इसी दिन मुंबई में मतदान होना है जोकि देश की आर्थिक राजधानी कहलाती है.


अद्भुत संयोग में लोकसभा के पांचवें चरण का चुनाव


वैसे तो देशभर में कई शिवलिंग स्थापित हैं. लेकिन 12 ज्योतिर्लिंग हर जगह नही मिलेंगे. 20 मई को नासिक (त्र्यंबकेश्वर) में भी मतदान होना है जोकि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है.


इस बार 20 मई का दिन कई मायनों में बहुत खास रहने वाला है. एक तो प्रदोष व्रत, दूसरा सोमवार का दिन वो भी त्रियंबकेश्वर में चुनाव. ऐसे में इसे अद्भुत संयोग कहना गलत नहीं होगा.


स्कंद पुराण ब्राह्मखण्ड-ब्रह्मोत्तरखण्ड अध्याय क्रमांक 8-9 के अनुसार, प्रदोष के गुणों से युक्त सोमवार के दिन उसका विशेष माहात्म्य है.


चुनावी परिपेक्ष में उत्तम है चित्रा नक्षत्र


यहां चित्रा नक्षत्र पर भी विचार करना जरूरी है, क्योंकि 20 मई के रात तक चित्रा नक्षत्र रहेगा. आप्टे संस्कृत शब्दकोश के अनुसार चित्रा का अर्थ है (चित्र + अच्+टाप्) यानी चंद्र मास का चौदहवां नक्षत्र. अग्नि पुराण अध्याय 132.14–18 के अनुसार, राम के नाम के आदि वर्ण (रा) के अनुसार नक्षत्र चित्रा हुआ.


बृहस्पति संहिता अनुसार, चित्राश्रवणसौम्याः स्युः यदि शीतांशुवारगाः । एते चापि सुधायोगाः सर्वशोभनशोभनाः


(2.27)


अर्थ – सोमवार को यदि चित्रा, श्रवण और सौम्य नक्षत्र हो तो यह सुधायोग होता है. यह शुभ योग शुभकारक होता है (आज के दिम में सोमवार+चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है). ज्योतिष अंक (पृष्ट क्रमांक 271) अनुसार सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक सम्बन्धों को विस्तृत करने के लिए इसमें भेंट करनी चाहिए. इसका अर्थ है चुनाव के परिपेक्ष में यह नक्षत्र उत्तम हैं.


ये भी पढ़ें: Atharvaveda: अथर्व वेद के कितने नाम हैं और इसमें किन-किन विषयों को प्रतिपादित किया हैं? जानिए




नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. यह ज़रूरी नहीं है कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.