देशभर में छठ का महापर्व मनाया जा रहा है. छठ पूजा के तीसरे दिन जहां डूबते सूरज को अर्घ्य दिया गया, वहीं आज उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया गया. इसी के साथ 36 घंटे का महापर्व का आज समाप्त हो जाएगा. बता दें कि निर्जला उपवास रखने वाले लोग आज के दिन प्रसाद ग्रहण कर अपना उपवास तोड़ते हैं.


कैसा रहा महापर्व का तीसरा दिन?


कल (20 नवंबर) को डूबते सूरज को अर्घ्य दिया गया. इसी बीच घाटों पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इस साल कई लोगों ने अपने घरों में छठ पूर्व मनाने की तैयारी की थी. इस साल उन्होंने अपने घर से भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. डूबते सूरज को अर्घ्य देने के लिए लोग काफी उत्साहित दिखे. वहीं, घाटों को भी भव्य तरीके से सजाया गया था. मिट्टी के दीये और केले के पेड़ भी घाटों पर लगा गए थे. साथ ही लाइट्स की भी पूरी व्यवस्था की गई थी. 36 घंटे के इस महापर्व का तीसरा दिन भगवान भास्कर को समर्पित रहा.


कैसा रहा महापर्व का आखिरी दिन?


महापर्व का आखिरी और चौथा दिन भी भगवान भास्कर को समर्पित रहा. लोग सुबह 3 बजे से ही घाटों पर मौजूद थें. वहीं, व्रती महिलाएं भी बीती रात से ही घाटों पर मौजूद रहीं. घाटों पर लोक गीतों की गूंज भी सुनाई दे रही थी. हर तरफ लोगों की चहल-पहल दिखाई दे रही थी. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी उत्साहित लग रहे थे. इसी के साथ 36 घंटे तक चलने वाला ये महापर्व आज समाप्त हो जाएगा. आपको बता दें कि लोग इस पूर्व को आस्था का केंद्र मानते हैं.


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