Kartik Purnima 2022 Snan Importance: कार्तिक माह की पूर्णिमा का व्रत 8 नवंबर 2022 को रखा जाएगा. कार्तिक पूर्णिमा को सर्वोत्तम माना जाता है, क्योंकि ये पूरा माह भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन पवित्र नदियों, कुंडों में स्नान करके भगवान श्री हरि का जप, तप, ध्यान, दान पूजन आदि किया जाता है.


मान्यता है इससे जीवनभर के पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. अगर किसी नदी में स्नान करना संभव न हो तो घर में किसी पवित्र नदी का जल पानी में मिलाए. साथ ही शास्त्रों के अनुसार इस दिन कुछ विशेष चीजों भी नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करने से तमाम दोष खत्म हो जाते हैं और सफलता के साथ आर्थिक लाभ मिलता है. आइए जानते हैं क्या है वो चीजें.


इलायची-केसर


लंबे समय से कोई काम अटका है या फिर जिस शुभ काम को करने में बाधा आ रही हो तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन पानी में पवित्र नदी के जल के साथ 2 इलायची और थोड़ी सी केसर मिलाकर स्नान करें. इससे नकारात्मकता ऊर्जा खत्म होगी और जल्द ही बुरा वक्त समाप्त हो जाएगा. श्रीहरि की कृपा से कार्य को सिद्ध करने का वरदान मिलेगक. केसर डालकर स्नान करने सूर्य की शुभता प्राप्त होती है.


दूध


शास्त्रों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर नहाने के पानी में दूध मिलाकर स्नान करने से शारीरिक दूर्बलता दूर होती है. आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है और साधक भरपूर ऊर्जा के साथ काम करने में सक्षम हो जाता है. नहाने के बाद श्रीहरि का ध्यान करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.


हल्दी


हल्दी भगवान विष्णु को प्रिय है. कार्तिक पूर्णिमा पर एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करने से विवाह संबंधी समस्याओं का निवारण होता है. साथ ही इससे ब्रह्मस्पति देव की कृपा प्राप्त होती है. हल्दी का स्नान सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है.


काला तिल


पैसों की तंगी चल रही है और धन आने पर टिकता नहीं सब खर्च हो जाता है तो कार्तिक पूर्णिमा पर काला तिल पानी में मिलाकर स्नान करें. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे  व्यक्ति का भाग्य प्रबल होता है, दरिद्रता कोसों दूर भागती है.


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