परिवर्तन सृष्टि का नियम है. समाज लगातार बदलता रहता है. हमेशा उसकी दिशा सकारात्मक और सुविधापूर्ण होती है. यह नियम इलेक्ट्रनिक्स के व्यापार में आसानी से देखा जा सकता है. हर पांच साल में नए कान्फ्रीगेशन के उत्पाद आ जाते हैं. पुराने दौड़ से बाहर हो जाते हैं. इसे मोबाइल से समझना बहुत आसान है.
कम्पनियां बाजार की वास्तविक स्थिति को समझती हैं और बाजार में अपने उत्पाद की लगातार जरूरत बनाए रखने के लिए हर उत्पाद के गुणवत्ता को लगातार बढ़ाते रहती हैं.


कम्पनी में एक साथ कई गुणवत्ता के उत्पाद बन कर तैयार रहते हैं. कम्पनी उन्हें एक साथ नहीं बाजार में उतारती है. वह चाहती है कि ग्राहक पहले कम गुणवत्ता के उत्पाद खरीद ले फिर उसे लगातार नए उत्पाद श्रृंखला के साथ कमी महसूस होती रहे. यहां भी वही नियम लागू होता है. कम्पनियां हमेशा आगे की सोच कर पहले से तैयारी करती रहती हैं.

यह तो सिर्फ इलेक्ट्रानिक व्यापार की बात है लेकिन इसे व्यापार के हर क्षेत्र में घटते हुए पाया जा सकता है. एक आटोमोबाइल की कम्पनी अगर आने वाले समय को ध्यान में रख कर इलेक्ट्रिक उत्पाद की ओर न बढेगी तो पिछड़ जाएगी. भारत ने 2030 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल में स्विच होने का निर्णय लिया है.

ठीक वैसे ही जैसे पुरानी पीढ़ी के बल्ब आज बाजार में खोजने जाएँगे तो नहीं मिलेंगे. आज कम वोल्टेज के बल्बों ने पुराने बल्बों की जगह ले ली है. देश ने उन्हें प्रमोट किया. वैसे देश काल परिस्थिति में व्यापार भी बदल जाता है इसलिए सफलता के लिए हमेशा आगे की चुनौतियों पर विचार करिए.