Chhath Puja 2021: छठ महापर्व 11 नवंबर से खत्म हो चुका है. बीते चार दिन से घरों में माता के प्रसाद के रूप में अलग-अलग पकवान बनाए और खाए गए. मगर इन व्यंजनों के अलावा छह और प्रसाद माता की उपासना में उपयोग किए जाने के साथ लोगों को बांटे जाते हैं, जिन्हें ग्रहण करने वाले को व्रत रखने वाले के बराबर ही लाभ मिलता है. आइए जानते हैं वो खास प्रसाद जो व्रतियों को पूजा समापन के बाद लोगों को बांटने चाहिए.


ठेकुआ 
मान्यता है कि छठ व्रत विशेष रूप से पुत्र प्राप्ति के लिए होता है. इसमें महिलाएं दो दिन तक बिना पानी पिए व्रत रखती हैं, साथ ही छठी मैया को कई प्रकार के भोग लगाए जाते हैं. छठ पूजा में ठेकुए का प्रसाद सबसे अहम माना जाता है, जो गुड़ और आटे का मिश्रण बनाकर तैयार किया जाता है. इसके बिना छठ पूजा अधूरी मानी जाती है. वैज्ञानिक तर्क है कि छठ के साथ सर्दी की शुरुआत हो जाती है और ठंड से बचने और सेहत ठीक रखने के लिए गुड़ का प्रयोग बेहद लाभप्रद होता है.


गन्ना 
छठी मैया की पूजा में गन्ना भी जरूरी माना गया है. अर्घ्य देते वक्त पूजन सामग्री में गन्ना अनिवार्य है. छठी मैय्या को गन्ना बेहद प्रिय है, इसके बिना पूजा पूरी नहीं मानी जाती है. सूर्य कृपा से ही फसल होती है, इसलिए पूजा में सूर्य को सबसे पहले नई फसल का प्रसाद अर्पित करना होता है, इस समय गन्ना ही तैयार होता है. इसलिए इसे माता को चढ़ाने के साथ श्रद्धालुओं में टुकड़े का बांटना चाहिए.


केले का घर
छठ की पूजा में केले का भी विशेष महत्व है. माई को केले का पूरा गुच्छा अर्पित करना चाहिए. इसके बाद इसे प्रसाद के रूप में बांटने के साथ खुद  ग्रहण करना चाहिए. तर्क है कि छठ बच्चों के लिए किया जाता है. सर्दियों में बच्चों में गैस की समस्या होती हैं, इससे बचाने के लिए उन्हें प्रसाद में केला देते हैं.


नारियल 
छठ पूजा में छठी मैया को खुश करने के लिए नारियल चढ़ाया जाता है. इसका वैज्ञानिक तर्क है कि नारियल मौसम में हो रहे बदलाव के कारण होने वाले सर्दी-जुकाम से बचाने में मदद करता है. इसमें कई अहम पौष्टिक तत्व होते हैं, जो इम्यून सिस्टम सुधारने में लाभप्रद होते हैं. इसका प्रसाद लोगों को बांटने से सभी की सेहत में सुधार होता है.


डाभ नींबू 
छठी मैया की पूजा में एक विशेष फल डाभ नींबू अर्पित किया जाता है. दिखने में यह बाहर से पीला और अंदर से रसीला लाल होता है. स्वास्थ्य के लिहाज से ये नींबू किसी वरदान से कम नहीं है. यह कई रोगों से दूर रखता है और बदलते मौसम में यह हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करता है. ऐसे में इसका प्रसाद भी लोगों को जरूर बांटना चाहिए.


चावल के लड्डू 
छठी माता को प्रसाद में चावल के लड्डू बेहद पसंद हैं. इन लड्डुओं को विशेष चावल से तैयार किया जाता है. इसमें उपयोग किए गए चावल धान की कई परतों से बनते हैं. छठ पूजा के वक्त ही धान की भी नई फसल कटती है और छठ में सूर्यदेव को पहले नई फसल अर्पित की जाती है, इसलिए भोग में चावल के लड्डू चढ़ाने के साथ प्रसाद के तौर पर दूसरों को भी बांटने चाहिए.


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