Amalaki Ekadashi 2023: फाल्गुन की आमलकी एकादशी की शुरुआत 2 मार्च 2023 सुबह 6.39 मिनट से होगी  चुकी है, इसका समापन 3 मार्च 2023 को सुबह 9.12 मिनट (Amalaki ekadashi 2023 muhurat) पर होगा, हालांकि आमलकी एकादशी व्रत 3 मार्च को रखा जाएगा. होली से पहले आमलकी एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ शंकर-पार्वती के साथ होली खेलने की परंपरा है. इसलिए इसे रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.काशी में रंगभरी एकादशी की खास रौनक रहती है.


धर्म ग्रंथों के अनुसार आमलकी एकादशी के दिन आंवले से श्रीहरि की पूजा करने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है. आंवला हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता है. आइए जानते हैं आमलकी एकादशी पर आंवले का धार्मिक, आयुर्वेदिक और वैज्ञानिक महत्व.


आंवले का धार्मिक महत्व (Religious importance of amla)


आमलकी का अर्थ आंवला होता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार जब ब्रह्म देव श्रीहरि से अपनी उत्पत्ति का उद्देश्य जानने आए तो वह नारायण को देखकर भावुक हो गए. जमीन पर उनकी आंखों से छलके आंसु जहां गिरे वहां आंवले का वृक्ष उत्पन्न हो गया. कहते हैं भगवान विष्णु ने आंवले को आदि वृक्ष के रूप में प्रतिष्ठित किया.


तभी से ये पेड़ ‌विष्णु जी को अति प्रिय है और इसे पूजनीय माना जाने लगा. इसमें त्रिदेव का वास होता है, ब्रह्माजी आंवले के पेड़ के ऊपरी हिस्से में, शिवजी बीच में और भगवान विष्णु आंवले के पेड़ की जड़ में रहते हैं. मान्यता है कि आमलकी एकादशी पर आंवले का दान करने एक हजार गायों के दान के बराबर फल मिलता है.मोक्ष की प्राप्ति होती है.



आंवले का आयुर्वेद में महत्व (Ayurvedic importance of amla)


धार्मिक दृष्टि से उपयोगी एवं पूज्यनीय है उतना ही इसमें औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. आयुर्वेद में आंवला सर्वाधिक स्वास्थ्यवर्धक माना गया है. इसे अमृत के समान माना गया है. आयुर्वेद के अनुसार आंवला आयु बढ़ाने वाला फल है. रोजाना उचित मात्रा में  इसका सेवन करने वालों से रोग कोसों दूर रहते हैं. आंवला त्वचा, आंखों के संबंधी परेशानी का रामबाण इलाज है. शरीर की इम्‍यूनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं.


विज्ञान में आंवले का महत्व (Amla importance in Science)


विज्ञान में भी कहा गया आंवला कई बीमारियों का नाश करने में बहुत मददगार है. इसमें आयरन और विटामिन सी भरपूर होता है.ये इम्यूनिटी बढ़ाता है. आंवले में क्रोमियम तत्‍व पाए जाते हैं जो इंसुलिन हारमोंस को मजबूत कर खून में शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं. इसके सेवन से डायबिटीज का खतरा नहीं रहता. इसे प्रतिदिन खाने से दिमाग में तरावट और शक्ति मिलती है. पेट, हडि्डयों, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन आदि से संबंधी समस्याओं का इलाज है आंवला.


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