Akhurath Sankashti Chaturthi 2023: शास्त्रों में चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश की प्रिय तिथि के रूप में बताया गया है. इस दिन पर बप्पा का जन्म हुआ. हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना है. 27 दिसंबर 2023 को पौष का महीना शुरू हो रहा है.


पौष माह में आने वाली अखुरथ संकष्टी चतुर्थी साल 2023 की आखिरी संकष्टी चतुर्थी होगी. मान्यता है कि इस दिन गणपति की पूजा-व्रत करने से आने वाले नया साल सुखमय होगा. जानें अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2023 की डेट, मुहूर्त और महत्व.


अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2023 डेट (Akhurath Sankashti Chaturthi 2023 Date)


पंचांग के अनुसार पौष माह की अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत 30 दिसंबर 2023 रखा जाएगा.  इस दिन लोग सूर्योदय के समय से लेकर चन्द्रमा उदय होने के समय तक उपवास रखते हैं. ये संकट हरने वाली चतुर्थी कहलाती है.


अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2023 मुहूर्त (Akhurath Sankashti Chaturthi 2023 Muhurat)


पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी तिथि 30 दिसंबर 2023 को सुबह 09 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन संकष्टी चतुर्थी तिथि का समापन 31 दिसंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर होगा.



  • पूजा मुहूर्त - सुबह 08.03 - सुबह 09.30

  • शाम का मुहूर्त - शाम 06.14 - रात 07.46


अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2023 चंद्रोदय समय (Akhurath Sankashti Chaturthi 2023 Moon Rise Time)


अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर 30 दिसंबर को रात 09 बजकर 10 मिनट पर चंद्रमा निकलेगा. इस दिन चांद की पूजा विशेष मानी गई है. इसके बिना व्रत पारण नहीं किया जाता है.


संकष्टी चतुर्थी महत्व (Akhurath Sankashti Chaturthi Significance)


जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा और बुध की स्थिति कमजोर है या ये अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं. उन्हें संकष्टी चतुर्थी व्रत जरुर करना चाहिए. ज्योतिष में चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है. वहीं बुध को वाणी, बिजनेस, त्वचा, गणित, सेंस ऑफ ह्यूमर आदि का कारक बताया गया है. इस व्रत के प्रताप से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है.


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