New Year 2024: भारत में एक नहीं 5 बार मनाया जाता है नया साल, कब-कब होती है इसकी शुरुआत, जानें
ईसाई नववर्ष - 1 जनवरी को नया साल मनाने का चलन 1582 ई. के ग्रेगेरियन कैलेंडर की शुरुआत के बाद हुआ. रोमन शासक जूलियस सीजर ये कैलेंडर बनाया था. वैसे तो पूरी दुनिया 1 जनवरी को नए साल सेलिब्रेट करती है लेकिन विशेषकर ईसाई धर्म के लोग इस दिन ही नए साल मनाते हैं.
पंजाबी नववर्ष - सिख धर्म के लोगों का नया साल बैसाखी पर्व 13 अप्रैल से शुरू होता है. सिख नानकशाही कैलेंडर के अनुसार होली के दूसरे दिन से नए साल की शुरुआत मानी जाती है.
हिंदू नववर्ष - भारत में हिंदू धर्म के नववर्ष की शुरुआत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी चैत्र नवरात्रि से होती है. ये तिथि मार्च या अप्रैल में आती है. मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा ने इसी दिन से सृष्टि की रचना की शुरुआत की थी. इसी दिन से विक्रम संवत के नए साल की शुरुआत होती है.
पारसी नववर्ष - भारत में पारसी धर्म को मानने वाले लोग नवरोज उत्सव के रूप में नया साल मनाते हैं. आमतौर पर ये उत्सव 19 अगस्त को सेलिब्रेट किया जाता है. शाह जमशेदजी ने करीब 3 हजार साल पहले पारसी धर्म में नवरोज मनाने की शुरुआत की थी.
जैन नववर्ष - जैन धर्म में दीपावली के अगले दिन नया साल मनाते हैं. इसे वीर निर्वाण संवत भी कहा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन महावीर स्वामी को मोक्ष प्राप्त हुआ था.