Aja Ekadashi 2023: पुराणों के अनुसार एकादशी व्रत के समान संसार में दूसरा कोई व्रत नहीं है. हर महीने दो एकादशी आती है. 31 अगस्त से भाद्रपद महीना शुरू हो जाएगा. भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी कहते हैं.


मान्यता है जो मनुष्य इस दिन व्रत रखकर श्रद्धापूर्वक भगवान श्रीहरि का पूजन करते हैं, उनके सभी प्राप नष्ट हो जाते हैं और मृत्यु के बाद उन्हें बैकुंठ में स्थान प्राप्त होता है. अजा एकादशी व्रत से अश्वमेध यज्ञ के फल की प्राप्ति हो जाती है. आइए जानते हैं इस साल 2023 में अजा एकादशी की डेट, मुहूर्त और महत्व.



अजा एकादशी 2023 डेट (Aja Ekadashi 2023 Date)


अजा एकादशी का व्रत 10 सितंबर 2023 को रखा जाएगा. इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु या फिर उनके ऋषिकेष स्वरूप की पूजा की जाती है. ये व्रत दुख-दरिद्रता का नाश करता है.


अजा एकादशी 2023 मुहूर्त (Aja Ekadashi 2023 Muhurat)


पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 09 सितंबर 2023 को रात 09 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 10 सितंबर 2023 को रात 09 बजकर 28 मिनट पर खत्म हगी.



  • पूजा मुहूर्त - सुबह 07.37 - सुबह 10.44


अजा एकादशी 2023 व्रत पारण समय (Aja Ekadashi 2023 Vrat Parana time)


अजा एकादशी व्रत का पारण 11 सितंबर 2023 को सुबह 06 बजकर 04 मिनट से सुबह 08 बजकर 33 मिनट तक किया जाएगा. इस दिन द्वादशी तिथि रात 11 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी. एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के समापन से पहले कर लेना चाहिए.


अजा एकादशी का महत्व (Aja Ekadashi Significance)


अजा एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए बेहद शुभ दिन माना जाता है. इस व्रत के प्रताप से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक तीनों लाभ मिलते हैं. पुराणों में कहा गया है कि ग्रहों की अशुभता से मुक्ति पाने के लिए एकादशी व्रत पुण्यफलदायी माना गया है. इस दिन स्थान, दान और तप से हर समस्या का निवारण होता है. एकादशी व्रत का सीधा प्रभाव मन और शरीर दोनों पर पड़ता है.


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