Agni Panchak 2023: 24 अक्टूबर 2023 यानि आज से अग्नि पंचक शुरू हो चुका है. पांच दिन तक शुभ कार्य करने की भूल न करें. मंगलवार के दिन से शुरू होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहा जाता है. अग्नि पंचक में भूलकर भी आग से जुड़े कार्य नहीं करने चाहिए.


इसके अलावा निर्माण कार्य, औजार और मशीनरी कामों की शुरुआत करना अशुभ माना गया है. क्रोध पर नियंत्रण रखें नहीं तो नुकसान हो सकता है. इस बार दशहरा पर अग्नि पंचक का साया रहेगा. चूंकी अग्नि पंचक में अग्नि से जुड़े कार्य करने की मनाही है ऐसे में दशहरा पर रावण दहन कैसे करें. जानें उपाय और अग्नि पंचक कब खत्म होंगे.


अक्टूबर पंचक 2023 (Agni Panchak in October 2023)



  • अग्नि पंचक शुरू -  24 अक्टूबर 2023, सुबह 04.23

  • अग्नि पंचक खत्म -  28 अक्टूबर 2023, सुबह 07.31


दशहरा पर पंचक का साया (Panchak on Dussehra)


अक्टूबर में अग्नि पंचक आज सुबह 04.43 से ही शुरु हो गया है. जानकारों के अनुसार दशहरे में रावण दहन के दौरान पंचक के कुप्रभाव से बचने के लिए रावण के साथ पांच पुतले भी दहन करें ताकि पंचक से उत्पन्न होने वाले दोष समाप्त हो सकें और कोई अप्रिय घटना न हो. शास्त्रों के अनुसार पंचक में किसी की मृत्यु होने पर उसके दाह संस्कार को लेकर नियमों का पालन करना होता है.


अग्नि पंचक के नियम (Agni Panchak Rules)


पंचक में चारपाई बनवाना भी अशुभ माना जाता है. कहते हैं ऐसा करने से कोई बड़ा संकट खड़ा हो सकता है. पंचक के दौरान घास, लकड़ी आदि ईंधन एकत्रित नहीं करना चाहिए, इससे आग लगने का भय रहता है. अगर ऐसा करना पड़े तो माता गायत्री का हवन करवा कर लकड़ी के फर्नीचर की खरीदारी कर सकते हैं. दक्षिण दिशा में यात्रा न करें क्योंकि दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी गई है. इस समय दक्षिण दिशा की यात्रा करना हानिकारक माना गया है. किसी कारणवश दक्षिण दिशा की यात्रा पर जाना ही हो तो हनुमान मंदिर में 5 फल चढ़ाकर यात्रा करें.


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