माता-पिता होना कोई आसान काम नहीं होता. पैरेंटिंग काफी मुश्किल टास्क है, जिसमें आपको हर पल अपने बच्चों के प्रति चौकन्ना रहने की जरूरत होती है. उन्हें बेहतर इंसान बनाने के लिए एक बेहतर माहौल मिलना बेहद जरूरी होता है. कई बार माता-पिता कुछ ऐसी गलतियां कर जाते हैं, जिनका बच्चों पर काफी नकारात्मक और गंभीर असर पड़ता है. इन्हीं में से एक है बड़ों का बच्चों के सामने बातें करना. कई बार अभिभावक घर में बातें करते हैं बगैर यह सोचे कि उनकी किस बात का बच्चों पर कैसा असर पड़ेगा. आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ पैरेंटिंग टिप्स के बारे में, जिनसे आप अपने बच्चों की बेहतर परवरिश कर सकते हैं. 


बच्चों को ऐसी चर्चाओं से बचाने से उनकी मासूमियत, भावनात्मक भलाई को बनाए रखने में मदद मिलती है, और उन्हें अनावश्यक बोझ या भ्रम से मुक्त होकर, अपनी गति से विकसित होने की अनुमति मिलती है।


पैरेंटिंग टिप्स


1) कभी भी अपने परिवार के सदस्यों के बारे में बच्चों के सामने नकारात्मक बातें न कहें. जब आप ऐसा करते हैं, तो बच्चे भी उनका सम्मान नहीं करते हैं, क्योंकि वे भी उन्हें उसी दृष्टि से देखने लगते हैं.


2) कभी भी पति पत्नी अपने बच्चों के सामने बहस या झगड़ा न करें. बच्चे जब अपने माता-पिता को ऐसे लड़ते हुए देखते हैं, तो उनपर भी इसका गलत प्रभाव पड़ता है. इसलिए अपने निजी मुद्दों को हमेशा अकेले में सुलझाएं.


3) माता-पिता को लड़ते हुए देख बच्चों में भावनात्मक रूप से समस्या पैदा हो सकती है और वे काफी डरे सहमे से रहने लग सकते हैं, जिसका असर जिंदगीभर उनके व्यवहार पर नजर आ सकता है.


4) स्कूल और उनके टीचर्स के बारे में कभी भी कुछ बुरा न कहें. ऐसा करने से वे अपने टीचर्स का सम्मान कम करने लग सकते हैं.


5)  माता-पिता को कुछ संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा करने से बचना चाहिए. जैसे कि अंतरंग संबंधों, वित्तीय समस्याओं, वैवाहिक विवादों, तलाक या अलगाव जैसे मुद्दों पर उनके सामने बात न करें.