बच्चे का पहला शब्द बोलना हर माता-पिता के लिए एक खुशी का पल होता है. लेकिन कभी-कभी, बच्चे बोलना देर से शुरू करते हैं, जिसके पीछे अक्सर माता-पिता की कुछ गलतियां हो सकती हैं. यहां हम ऐसी ही कुछ सामान्य गलतियों के बारे में बात करेंगे जिन्हें सुधार कर आप अपने बच्चे को जल्दी बोलने में मदद करेंगे और उनकी भाषा की क्षमता भी मजबूत होगा. 


अधिक स्क्रीन टाइम
आज के दौर में, बच्चे अक्सर टीवी, टैबलेट, और स्मार्टफोन की स्क्रीन्स पर खूब समय बिताते हैं. यह आदत उनके सामाजिक संपर्क को सीमित कर देती है, जो कि उनकी भाषा सीखने की क्षमता के विकास के लिए बेहद जरूरी है. बच्चों के साथ ज्यादा समय तक संवाद करना और उन्हें भाषा के प्रति उत्साहित करना महत्वपूर्ण है.  इसलिए, माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित करें और उनके साथ अधिक बातचीत करें, ताकि उनकी भाषाई क्षमताएं बेहतर हो सकें. 


कम बातचीत
जब माता-पिता अपने बच्चों से ज्यादा बातचीत नहीं करते, तो बच्चे नए शब्द कम सीख पाते हैं. इसलिए बच्चों के साथ रोज बात करना और नई चीजें सिखाना जरूरी है. ऐसा करने से बच्चे जल्दी और अच्छी तरह से बोलना सीखते हैं. 

प्रतिक्रिया न देना
जब बच्चे बोलने की कोशिश करते हैं, उन्हें हौसला देना बहुत जरूरी है. अगर माता-पिता उनकी तारीफ नहीं करते, तो बच्चे बोलने में हिचकिचाते हैं और कम बोलते हैं. इसलिए, उनके हर प्रयास की सराहना करना जरूरी है ताकि वे बेझिझक बोल सकें.


बच्चे के साथ टाइम बिताएं 
अगर घर में एक ही भाषा बोली जाती है, तो बच्चों को नई भाषा सीखने की जिज्ञासा कम होती है. किताबें पढ़ने, कहानियां सुनने और गाने गाने से बच्चों का भाषा विकास तेजी से होता है. इसलिए, बच्चों को विविध भाषाएं सुनने और अभ्यास करने का मौका देना चाहिए. 


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