हर पेरेंट्स के लिए उनका बच्चा सबसे कीमती होता है. जब बच्चा जन्म लेता है, तो उसके हर छोटे से छोटे बदलाव पर नजर रखना नॉर्मल है.बच्चे की मुस्कान, उसका पहली बार पलटना, बैठना, रेंगना या चलना. ये सभी पल पेरेंट्स के लिए बेहद खास होते हैं. लेकिन इन खुशियों के साथ-साथ यह चिंता भी रहती है कि कहीं बच्चे का ग्रोथ सही तरह से तो हो रहा है ना, क्या उसका वजन और लंबाई उसकी उम्र के हिसाब से बढ़ रहे हैं, क्या वह सही समय पर बैठना, बोलना और चलना सीख रहा है. इन सभी सवालों के जवाब आपको बच्चे के ग्रोथ चार्ट और डेवलपमेंट एक्टिविटी  को देखकर आसान से तरीके से मिल सकते हैं. 

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हर बच्चे की ग्रोथ अलग होती है, लेकिन कुछ नॉर्मल स्डेंडर्टस होते हैं जिनसे हम समझ सकते हैं कि हमारा बच्चा सही दिशा में बढ़ रहा है या नहीं. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि आपका  बच्चा किस उम्र में कौन सी एक्टिविटी शुरू कर देता है और कैसे पता करें कि बच्चे की ग्रोथ सही है या नहीं 

बच्चा किस उम्र में कौन सी एक्टिविटी शुरू कर देता है

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1. जन्म से 6 महीने तक का बच्चा - जन्म के बाद के पहले छह महीने बच्चों की ग्रोथ के लिए सबसे अहम होते हैं. इस समय उनकी लंबाई और वजन तेजी से बढ़ते हैं. जन्म के समय वजन आमतौर पर 2.5 से 4.3 किलोग्राम के बीच होता है, और लंबाई लगभग 46 से 53 सेंटीमीटर होती है. 6 महीने तक आते-आते वजन बढ़कर 6.5 से 9.5 किलोग्राम और लंबाई लगभग 63 से 71 सेंटीमीटर तक हो जाती है. बच्चा अब पेट के बल सिर उठाने लगता है, पलटने की कोशिश करता है और आसपास की आवाज़ों पर प्रतिक्रिया देने लगता है. कुछ बच्चे 5-6 महीने में सहारे से बैठना भी शुरू कर देते हैं.  

2. 6 महीने से 1 साल तक - यह उम्र बच्चे के लिए चीजें ढूंढने का समय होती है. अब वह रेंगना, खड़ा होना और छोटी-छोटी आवाजें निकालना सीखता है. जिसमें 8-9 महीने में बच्चा रेंगना शुरू कर देता है, अपने नाम पर मुस्कुराता या मुड़कर देखता है. इसके बाद 10-12 महीने के बीच कई बच्चे अपने पहले कदम उठाने लगते हैं. पहले साल के लास्ट तक बच्चे का वजन 8.5 से 11.8 किलोग्राम और लंबाई 71 से 80 सेंटीमीटर तक होती है.  3. 1 से 2 साल की उम्र - अब आपका नन्हा लाडला धीरे-धीरे खुद चलना और बोलना सीखता है. बच्चा अब कुछ कदम बिना सहारे चल सकता है. मां, पापा  जैसे शब्द बोलना शुरू करता है. चीजों को पहचानना, खिलौनों से खेलना और इशारों से अपनी बात बताना सीखता है. 18 महीने में वजन 10 से 12.5 किलो के बीच और लंबाई लगभग 79-86 सेंटीमीटर होती है. 2 साल तक आते-आते वजन 11.5 से 14 किलो और लंबाई 84-92 सेंटीमीटर तक पहुंच जाती है. 

4. 2 से 4 साल की उम्र - इस उम्र में बच्चे का दिमाग बहुत तेजी से विकसित होता है. बच्चा अब पूरे वाक्य बोलने लगता है, रंग, आकार और नंबरों को पहचानना शुरू करता है, खुद कपड़े पहनने या खाना खाने की कोशिश करता है, 3 साल में वजन 13-15 किलो और लंबाई 90-96 सेमी, जबकि 4 साल में वजन 14-17 किलो और लंबाई 96-103 सेमी तक होती है.  5. 5 से 8 साल तक – इस उम्र में बच्चों की ग्रोथ थोड़ी धीमी होती है, लेकिन उनका शरीर और दिमाग दोनों बैलेंस होने लगते हैं. बच्चा अब स्कूल जाने लगता है, नए दोस्त बनाता है और चीजों को याद रखना सीखता है. साथ ही फिजिकल एक्टिविटी बढ़ती हैं जैसे दौड़ना, कूदना, खेलकूद में भाग लेना, इस उम्र में पोषण का बहुत ध्यान रखना जरूरी है. 5 साल की उम्र में वजन 17-20 किलो और लंबाई 105-112 सेमी होती है. 8 साल में वजन बढ़कर 23-27 किलो और लंबाई 120-130 सेमी तक हो जाती है.  अगर बच्चे की ग्रोथ धीमी दिख रही हो तो क्या करें?

अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा ग्रोथ चार्ट के अनुसार नहीं बढ़ रहा है तो सबसे पहले उसकी डाइट, नींद और रोजमर्रा की एक्टिविटी पर ध्यान दें. यह पता करें कि उसे पूरा प्रोटीन, दूध, फल, हरी सब्जियां और दालें मिल रही हैं. अगर इसके बाद भी फर्क न दिखे, तो पीडियाट्रिशियन से सलाह लें. कई बार बच्चों का ग्रोथ रेट जेनेटिक कारणों, पोषण की कमी या किसी स्वास्थ्य समस्या की वजह से धीमा होता है. बच्चों की ग्रोथ को मजबूत और संतुलित बनाए रखने के लिए उनके खाने में पोषक तत्व जरूरी हैं जैसे प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D, आयरन और हेल्दी फैट्स. 

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