मूंग की दाल भारतीय पकवान में बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. इस दाल में बहुत ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन बी9, मैग्नीशियम, मैग्नीज, विटामिन बी4, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, आयरन, विटामिन बी2, बी3, बी5, बी6 से भरपूर होता है. ये सर्वाधिक वेजिटेरियन सुपर फूड्स में एक समझा जाता है. भारतीय डाइट के अंदरुनी हिस्से के तौर पर ये बेहद हल्का और पचने में आसान है.


अन्य दालों के मुकाबले, मूंग की दाल में कम कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है, जो उसे ज्यादा स्वस्थ विकल्प बनाता है. मूंग की दाल का एक और फायदा उसका प्रोटीन है. 100 ग्राम मूंग की दाल खाने से आपको 3 ग्राम प्रोटीन मिल सकता है. अगर सुबह में अंकुरित कर खाया जाए, तो उससे प्रोटीन की अधिक मात्रा, एमिनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट गुण उपलब्ध होते हैं, जो शरीर की कई गंभीर बीमारियों से रक्षा करते हैं. 


एंटीऑक्सीडेंट्स में भरपूर- एंटीऑक्सीडेंट के कई प्रकार मूंग की दाल में पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाते हैं. आपको मालूम होना चाहिए कि फ्री रेडिकल्स शरीर में समस्या जैसे कैंसर, सूजन, दिल की बीमारी का का कारण होते हैं. 


गर्मी से बचाती है- उसमें मौजूद विटैक्सिन और इसोविटैक्सिन नामक एंटीऑक्सीडेंट्स भी हमें लू से बचाने का काम करते हैं. रिसर्च से खुलासा हुआ है कि अगर मूंग की दाल पी जाए, तो ये फ्री रेडिकल्स से लू लगने के दौरान नुकसान हुए सेल्स को बचाती है. 


दिल को स्वस्थ रखती है- शरीर में मूंग की दाल अस्वस्थ कोलेस्ट्रोल लेवल को काबू करने में भी सक्षण है. उसकी वजह से दिल की समस्याओं को रोका जा सकता है. रिसर्च के मुताबिक, बैड कलेस्ट्रॉल को काबू करने में सक्षम होने की वजह से उसका इस्तेमाल दिल की बीमारियों को दूर रखने के लिए जरूर किया जाना चाहिए. 


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