International Coffee Day 2020: कॉफी सबसे ज्यादा पसंदीदा ड्रिंक में से एक है. लेकिन क्या आप इसके मिथक और सच्चाई को अच्छी तरह जानते हैं? कॉफी के लिए दुनिया भर में कॉफी दिवस 1 अक्टूबर को मनाया जाता है. कार्यक्रम के मनाए जाने से कॉफी की खेती से जुड़े लाखों किसानों को समर्थन मिलता है क्योंकि उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत कॉफी ही होता है.


बहुत सारे लोग दिन की शुरुआत कॉफी के बिना नहीं करते हैं. सबसे पसंदीदा ड्रिंक होने के बावजूद लोग कॉफी के बार में अच्छी तरह से वाकिफ नहीं होते हैं. कॉफी पीने से कई सारे फायदे मिलते हैं मगर जब उसका सेवन अधिक कर लिया जाए तो साइड-इफेक्ट्स होने का भी डर रहता है. अगर आप भी कॉफी के शौकीन हैं तो आपको इसके मिथक और हकीकत को जानना चाहिए.


कॉफी के बारे में आम मिथक और सच्चाई
कॉफी के बारे में एक आम मिथक है कि इसका सेवन आपको डिहाड्रेट करेगा. कॉफी के बारे में अर्थहीन बातें उसके अंदर कैफीन की मौजूदगी से होती हैं. ज्यादा कैफीन के सेवन से डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा हो सकती है. जिसके चलते लोग खुद-ब-खुद सोचने लगते हैं कॉफी से डिहाइड्रेशन होता है. लेकिन ये सिर्फ एक मिथक है. संतुलित मात्रा में कॉफी के सेवन से डिहाइड्रेशन नहीं होता है.


कॉफी सिर दर्द को ठीक करेगा


कॉफी के तत्व अल्कोहल के प्रभाव को कम नहीं करते हैं बल्कि इससे सिर का दर्द ज्यादा हो जाता है. उसके सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और अगर आपके सिर में दर्द पहले से ही है तो कॉफी कम करने के बजाए बढ़ा देगा.


कॉफी वजन कम करने में मददगार


कॉफी आपको कम खाने में मदद कर सकता है. लेकिन जहां तक वजन घटाने की बात है तो ये सिर्फ मिथक है. आपके मेटाबोलिज्म बढ़ाने में इसका मामूली हिस्सा होता है. लेकिन लंबे समय में वजन कम करना सिर्फ कॉफी पीने से संभव नहीं होगा.


गर्भवती महिलाएं कॉफी का सेवन न करें


गर्भवती महिलाएं कॉफी पी सकती हैं मगर रोजाना सेवन को सीमित करना होगा. प्रेग्नेंसी के दौरान डाइट में कॉफी को शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए.


कॉफी ज्यादा पीने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. जिसके नतीजे में हृदय गति वृद्धि हो जाती है. इस तरह दिल की बीमारी का ज्यादा खतरा होने का डर रहता है. दिल को सेहतमंद बनाए रखने के लिए कैफीन के रोजाना सेवन को सीमित कर सकते हैं. दिल की बीमारी के मरीजों को अपनी डाइट डॉक्टरों की देखरेख में इस्तेमाल करनी चाहिए.


कॉफी की सच्चाई


कॉफी की स्वस्थ मात्रा आपको फायदा पहुंचा सकती है. कॉफी से दिल की बीमारी होने की आशंका कम होती है. एक शोध में स्ट्रोक और डायबिटीज के लिए भी कॉफी पर विचार किया गया है.


पार्किसन रोग के खतरे को कम कर सकता है


ठीक मात्रा में कॉफी पीना पार्किसन रोग और उसके प्रभाव के खतरे को कम करनेवाला बताया गया है. कई सारे शोध से इस सच्चाई का खुलासा हुआ है कि कैफीन करीब 30 फीसद तक खतरे में कमी लाता है. पार्किसन का तात्पर्य मानसिक रोग से होता है.


कॉफी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाता है


कैफीन का सेवन आपके दिमाग को फौरन सावधान कर देता है. इससे आपका शरीर ऊर्जावान और सक्रिय हो जाता है. इसलिए वास्तव में कॉफी आपकी शारीरिक गतिविधियों में ईजाफा करता है.


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