नई दिल्ली: यूं तो सबको हर मौसम में आइसक्रीम भाती है. लेकिन ये गर्मियों में बहुत जल्दी पिघल हो जाती है. अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसे सीक्रेट का पता लगाया है जिससे आपकी आइसक्रीम जल्दी से मेल्ट नहीं होगी. जानिए उस सीक्रेट के बारे में.


क्‍या कहती है रिसर्च-
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के कनाडियन शोधकर्ताओं ने एक ऐसा उपाय ढूंढा जिससे आपकी आइसक्रीम धीरे-धीरे मेल्‍ट होगी. शोधकर्ताओं ने रिसर्च के दौरान पाया कि केले के पेड़ में पाया जाने वालर सेलूलोज फाइबर आइसक्रीम को पिघलने से रोक सकता है. इतना ही नहीं, ये आइसक्रीम को लंबे समय तक खराब होने से भी बचाता है. इस फाइबर से अब आइसक्रीम की क्रीम और बनावट को भी पहले से बेहतर किया जा सकता है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
रिसर्च के प्रमुख शोधकर्ता रॉबिन गैलेगो का कहना है कि एक केले का पेड़ से निकलने वाला सेल्युलोज नैनो फाइबर्स व्यर्थ जाता है. इस फाइबर का इस्तेमाल आइसक्रीम को बेहतर बनाने में मदद कर सकता हैं. इस फाइबर को खासतौर मोटी लेयर और अधिक स्वादिष्ट आइसक्रीम बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है जो कि लंबे समय तक नहीं पिघलेगी. इससे लोग आराम से लंबे समय तक आइसक्रीम का मजा लेते हुए उसे खा सकते हैं यहां तक की गर्मियों में भी.


कैसे की गई रिसर्च-
शोधकर्ता काफी लंबे समय से इस खोज में लगे हुए थे कि आइसक्रीम को तेजी से पिघलने से कैसे रोके. इसके लिए उन्होंने पेड़ के तने की छाल से सेलूलोज़ और स्ट्रॉबेरी से पॉलीफेनॉल कंपाउंड निकाल कर प्रयोग किए. आपको बता दें, केले से पेड़ से निकलने वाला सेलूलोज़ फाइबर इंसानों के बालों से हजार गुना पतला होता है. इसीलिए इसे आसानी से आइक्रीम में मिलाया जा सकता है.


रिसर्च के नतीजे-
शोधकर्ताओं ने पाया कि इस फाइबर को आइक्रीम में मिलाने से आइसक्रीम का पिघलना पहले के मुकाबले धीमा हो गया. रिसर्च में ये भी पाया गया कि सेलूलोज फाइबर से ठंडे और गर्म मौसम के हिसाब से आइसक्रीम के खराब होने की संभावना कम हो गई है. इसके अलावा ये आइसक्रीम लो फैट और अधिक क्रीमी हो गई है. साथ ही इसकी बनावट में भी बदलाव आ गया है. हालांकि शोधकर्ता अभी इस पर और प्रयोग करते हुए आइसक्रीम में मौजूद फैट को कम करने पर काम कर रहे हैं.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.