कोई साइड इफेक्ट नहीं
जी हां, वैज्ञानिकों ने चिकनगुनिया का पहला टीका तैयार किया है. दिलचस्प बात ये है कि जिस वायरस से इसे तैयार किया गया है उसके लोगों पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होंगे. यानि ये वैक्सीन लोगों के लिए सेफ और इफेक्टिव साबित हो सकती है और सिर्फ कीटों को प्रभावित करती है.
बहुत महंगा भी नहीं है
शोधकर्ताओं के मुताबिक, नया विकसित टीका तेजी से स्ट्रांग तरीके से इम्यून को बचाव प्रदान करेगा. अमेरिका के गालवेस्टन में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास मेडिकल ब्रांच के प्रोफेसर स्कॉट वीवर ने कहा कि यह टीका चिकनगुनिया पर इफेक्टिव और सेफ प्रोटेक्शन प्रदान करता है. अच्छी बात ये है कि ये बहुत महंगा भी नहीं है.
नौ-दस महीनों तक इफेक्टिव
ये ईलैट के क्लोन से हाईब्रिड वायरस बनाया गया है जो मच्छरों द्वारा फैलाए गए चिकनगुनिया वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनाता है. यह एंटीबॉडी तकरीबन नौ-दस महीनों तक इफेक्टिव रहता है और वायरस से प्रोटेक्ट करता है.
चिकनगुनिया लक्षण
आपको बता दें, चिकनगुनिया मच्छर जनित वायरस है जिसमें बुखार के साथ जोड़ों में तेज दर्द होता है. इससे शरीर पर लाल चकते, रैशेज पड़ता, बुखार इत्यादि होता है.