World Asthma Day 2023 day: बदलती लाइफ स्टाइल में कई तरह की बीमारियां लोगों की बॉडी में घर कर लेती हैं. डायबिटीज, हाइपरटेंशन, मोटापा उन्हीं बीमारियों में से एक है. अस्थमा भी लाइफ स्टाइल, जेनेटिक और कुछ एलर्जिक रीजन्स से होने वाला रोग है. अस्थमा को लेकर लोगों को अवेयर होना जरूरी है. यह सांस की एक गंभीर अवस्था होती है. इसमें सांस नली सिकुड़ने के कारण दिक्कत हो जाती है. बीमार व्यक्ति चलना तो दूर बैठे बैठे हांफने लगता है. कई बार अटैक तक आने लगते हैं. 


पहले समझिए अस्थमा क्या होता है?


अस्थमा एक सांस नली से जुड़ी बीमारी है. इस बीमारी में बॉडी में एलर्जी पैदा करने वाले तत्व पैदा हो जाते हैं. हेल्दी व्यक्ति की स्वास नली नॉर्मल होती है. मगर एलर्जी होने पर ये सिकुड़ने लगती है. इसी कारण समस्या लेने में गंभीर समस्या होने लगती है. 


मौसम में नमी होना


सांस की गंभीर बीमारी होने का कारण मौसम में नमी होना भी है. गर्मियों में मौसम नम रहने के साथ ही कई सारे प्रदूषक तत्व जमा हो जाते हैं. सांस लेने के साथ ही जब ये तत्व बॉडी में जाते हैं तो एलर्जी को बढ़ावा देना शुरू कर देता है.


हर एक्सरसाइज न करें


अस्थमा के मरीजों को एक्सरसाइज बेहद सोच समझकर करनी चाहिए. कई बार अस्थमा ट्रिगर कर सकता है. एक्सरसाइज करते समय ठंडा पानी अधिक नहीं पीना चाहिए. इससे परेशानी बढ़ सकती है.


पप्पी भी बड़ा सकता है परेशानी


लोग घरों में कुत्ते बिल्ली पालना पसंद करते हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि इन पालतू पशुओं के बालों में कुछ एलर्जिक तत्व पाए जाते हैं. कई बार पालतू कुत्ता और बिल्ली भी एलर्जी को बढ़ा देती है. इससे अस्थमा की परेशानी बढ़ सकती है. 


डस्ट का विशेष ध्यान रखें


कुछ लोग धूल मिट्टी बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. बाइक पर चलने से ही दिक्कत होने लगती है. इसके अलावा घरों में मौजूद डस्ट भी एलर्जी का बड़ा कारण बनती है. घर में साफ सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.