भारत में करोड़ों लोग सुबह होते ही चाय या कॉफी का सेवन करते हैं. इतना ही नहीं, दिन में कई बार, चाहे ऑफिस हो या घर या कहीं और, चाय या कॉफी पीना हमारे लिए जरूरी सा हो गया है. लेकिन यहां बात बड़ों या व्यस्क लोगों की नहीं हो रही है कि चाय या कॉफी हमें कितनी बार पीनी चाहिए या क्यों नहीं पीनी चाहिए. हमारा मुद्दा है छोटे बच्चों द्वारा चाय या कॉफी का सेवन.
जैसा कि हम जानते हैं, भारत में चाय और कॉफी का सेवन बड़ी मात्रा में होता है. अक्सर बच्चों के पेरेंट्स या घर के अन्य सदस्य जब बच्चों के सामने चाय या कॉफी पीते हैं, तो बच्चे भी उन्हें देखकर चाय या कॉफी पीने की जिद करने लगते हैं और पेरेंट्स उन्हें दे भी देते हैं. यहां तक कि कई बच्चों को रोजाना के आधार पर परिवार वालों द्वारा चाय या कॉफी दी जाती है और यह उनकी डाइट का हिस्सा भी बन जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि 10 साल से छोटे बच्चों के चाय या कॉफी पीने से उनकी सेहत पर क्या असर पड़ता है.
डॉक्टर की चेतावनी बच्चों के लिए चाय और कॉफी नुकसानदायक
डॉ. सैयद मुजाहिद हुसैन, जो बैंगलोर के एमएस रामैया मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षित बच्चों के विशेषज्ञ हैं, उन्होंने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया है कि बच्चों का चाय या कॉफी पीना उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है. डॉ. सैयद मुजाहिद हुसैन ने अपनी वीडियो में विस्तार से बताया है कि चाय और कॉफी बच्चों के लिए किस तरह नुकसान पहुंचाती है.
बच्चों पर कैफीन का असर बड़ों से ज्यादा क्यों होता है?
अक्सर लोगों को लगता है कि कैफीन का असर सिर्फ बड़ों पर होता है, लेकिन सच्चाई यह है कि बच्चों पर इसका असर कहीं ज्यादा होता है. चाय या कॉफी में मौजूद कैफीन बच्चों की नींद की आदतों को बिगाड़ सकता है. डॉक्टरों के अनुसार, थोड़ी सी मात्रा में कैफीन भी बच्चों की नींद की गहराई और समय दोनों को कम कर सकती है.
जब बच्चों की नींद पूरी नहीं होती, तो इसका असर उनकी शारीरिक बढ़त, रोग प्रतिरोधक क्षमता और व्यवहार पर पड़ता है.
चाय में मौजूद टैनिन कैसे पहुंचाता है बच्चों को नुकसान?
डॉ. सैयद मुजाहिद हुसैन के अनुसार, चाय में टैनिन नाम का एक तत्व होता है, जो बच्चों के शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण में रुकावट डालता है. टैनिन आयरन से चिपक जाते हैं, जिससे पाचन के दौरान आयरन शरीर में सही तरह से नहीं पहुंच पाता. इसके कारण बच्चों को आयरन की कमी का सामना करना पड़ता है और आगे चलकर यह खतरनाक बीमारी एनीमिया का कारण बन सकती है.
बच्चों के दिमाग और नर्वस सिस्टम पर असर
कैफीन और चाय बच्चों के दिमाग पर भी गहरा असर डालती है. इसका सबसे बड़ा प्रभाव बच्चों के नर्वस सिस्टम पर पड़ता है. इसके कारण बच्चा चिड़चिड़ा हो सकता है और पढ़ाई में मन न लगने जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं.
चीनी वाली चाय और कॉफी से दांतों को नुकसान
डॉक्टरों के अनुसार, छोटे बच्चों के लिए चाय और कॉफी सही नहीं होती. जब इनमें चीनी मिलाई जाती है, तो इससे बच्चों के दांतों में कीड़े लगने, दांत पीले या काले होने और कम उम्र में ही दांत कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है.
डॉक्टर बताते हैं कि ज्यादातर बच्चे चाय या कॉफी मीठी पीते हैं, जिससे उन्हें शरीर की जरूरत से ज्यादा बेकार कैलोरी मिलती है. इससे न तो सेहत को कोई फायदा होता है और न ही ताकत मिलती है. उल्टा दांतों और संपूर्ण स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है.
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