Neurocysticercosis: क्या आप जानते हैं कि आपके दिमाग में भी कीड़ा हो सकता है. जी हां ये कोई वहम या सुनी सुनाई बातें नहीं है, बल्कि सच में एक तरह की बीमारी होती है. अक्सर आपने कुछ लोगों को कहते हुए सुना होगा कि पत्ता गोभी खाने से दिमाग में कीड़े हो जाते हैं. इन बातों को सुन कर हम खिल्ली में उड़ा देते हैं लेकिन ये बिल्कुल सही बात है. पत्ता गोभी ही नहीं कई और ऐसी चीजें हैं जिनके सेवन से आपको नर्वस सिस्टम में संक्रमण हो सकता है. आपको बता दें कि हरी मटर, गाजर, पालक, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मूली और अलग-अलग तरह की पत्तेदार सब्जियों के खाने के वाकई कई फायदे हैं लेकिन इन सब्जियों के खाने से आपको दिमाग में कीड़े वाली समस्या हो सकती है.


क्यों होता है दिमाग में कीड़ा?


इस बीमारी को मेडिकल भाषा में न्यूरोसिस्टिसकोर्सोसिस (Neurocysticercosis) के नाम से जाना जाता है.न्यूरोसिस्टिसकोर्सोसिस (Neurocysticercosis) दिमाग या नर्वस सिस्टम में संक्रमण से जुड़ी एक गंभीर स्थिति है, जो शरीर में टीनिया सोलियम नाम के परजीवी या उनके अंडे के प्रवेश के कारण होता है. ये परजीवी मिट्टी में पैदा होते हैं. जब आप मिट्टी में उगने वाली सब्जियों का सेवन करते हैं तो ऐसे में इन परजीवी और अंडों को निकलने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है. क्योंकि ये सब्जियों के पत्तों और सतह पर रह सकते हैं. इसके अलावा पोर्क खाने वाले लोगों में भी इसकी अधिक संभावना होती है. एक बार शरीर में ये कीड़े या अंडे पहुंच जाएं तो रक्त के साथ ही ये आपके दिमाग तक पहुंच जाता है.


रिपोर्ट की मानें तो इन पत्तेदार सब्जियों में पाए जाने वाले टेपवर्म इतने छोटे होते हैं कि इन्हें देखा भी नहीं जा सकता. वही इस बात को लेकर काफी लोग असमंजस में रहते हैं कि अगर किसी के दिमाग में कीड़ा हो जाए तो उन्हें इस बात का कैसे पता लगेगा और इसके विकास को समय रहते हुए कैसे रोका जा सकता है. आइए जानते हैं इस बारे में.


दिमाग में कीड़ा होने के लक्षण



  • सिरदर्द

  • मिर्गी का दौरा

  • बोलने में परेशानी

  • जुबान लड़खड़ाना

  • आंखों की रोशनी कमजोर होना बुखार

  • शरीर के कुछ अंग कमजोर महसूस होना


इतने घातक होते हैं ये कीड़े


ऐसा माना जाता है कि परजीवी कीड़े दिमाग में घुस जाते हैं तो यह दिमाग को संक्रमित कर सकते हैं और यह सिर दर्द और दौरे का भी कारण बन सकता है. इसके अलावा यह कीड़े इतने भी घातक होते हैं कि ये लीवर और मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकते हैं. जिससे सूजन हो सकती है और मांसपेशियों में गांठ बन सकता हैं. इस कीड़े की सबसे डरावनी बात यह है कि यह दिमाग और लीवर के साथ-साथ आंतों में पहुंचकर अपनी संख्या को बढ़ा सकते हैं जिससे आंत को गंभीर नुकसान हो सकता है. इससे आपको दस्त, वजन कम होना, पेट में दर्द गैस बनने की समस्या हो सकती है.


दिमाग के कीड़े से बचने के उपाय


दिमाग के कीड़े से बचने का उपाय यही है कि कभी भी कच्ची सब्जियों का सेवन ना करें, क्योंकि इससे आपको अधिक जोखिम हो सकता है. हमेशा सुनिश्चित करें कि आप सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह से धोएं. फिर इसे पूरी तरह पकाने के बाद ही सेवन करें. ऐसा करने से परजीवी और उनके अंडों को नष्ट करने में मदद मिलती है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.