आजकल मोबाइल के बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है. ऐसा नहीं है कि यह प्रॉब्लम सिर्फ यंग एज वाले लोगों के साथ है. बल्कि आप किसी भी उम्र के लोगों को देख लो वह आपको फोन में वीडियो, गाना या कुछ न कुछ सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करते दिख जाएंगे. लेकिन आज हम बात करेंगे क्या फोन से इतनी नजदीकी अच्छी बात है? दरअसल, बिल्कुल भी नहीं... फोन को हमेशा अपने पास रखना या फोन को जींस के पॉकेट में रखने से हमारे शरीर पर कई तरह के नुकसान पहुंच सकते हैं. आइए जानते हैं वह क्या नुकसान है. 


फर्टिलिटी रेट पर पड़ता है बुरा असर


कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि जींस या ट्राउजर के जेब में फोन रखने से फर्टिलिटी रेट पर सीधा असर पड़ता है. इसलिए ज्यादातर लोग यह सलाह देते हैं कि मोबाइल फोन को पीछे वाले पॉकेट या शर्ट के पैकेट में रखना चाहिए. 


कैंसर का खतरा


हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो अगर कोई व्यक्ति जेब में फोन रखता है तो वो वायरलेस नेटवर्क कनेक्टेंड है . इससे शरीर को 10 गुणा रेडिएशन झेलना पड़ता है. रेडिएशन भी कैंसर की एक खास वजह मानी गई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रेडिएशन आपके डीएनए के स्ट्रक्चर को भी बदल सकता है. इसमें नपुंसक होने का भी खतरा रहता है. हड्डियां भी कमजोर होती है. 


फोन कहां रखना चाहिए


सबसे अच्छा यह होता है फोन बैग या पर्स में रखें.  अगर बैग में फोन नहीं रख सकते हैं तो इसे जींस के पीछे वाली पॉकेट में रखें. फोन का पिछला हिस्सा ऊपर की तरफ रखें ताकि रेडिएशन के संपर्क में न रहें. 


 मोबाइल रेडिएशन पर निर्भर करता है


मोबाइल रेडिएशन पर निर्भर करता है कि सिग्नल स्ट्रेंथ कितनी है. कई मोबाइल फोन में एंटीना के जरिए रेडिएशन बाहर निकल जाती है. ऐसे में शरीर के पास फोन रखना नुकसानदायक होता है. इससे आपकी शरीर के टिश्यू खराब हो सकते हैं. 


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