क्या आप बॉडी मास इंडेक्स यानी कि बीएमआई के बारे में जानते हैं. दरअसल इसके अनुसार आप पता लगा सकते हैं कि आप ओवर वेट हैं या अंडर वेट. बॉडी मास इंडेक्स आपकी बॉडी के लिए बहुत अहम होता है. मुख्य रूप से बॉडी मास इंडेक्स की 4 कैटेगरी पाई जाती हैं: 18.5 से कम वाले अंडर वेट के स्थान पर आते हैं. इसके अलावा 18.5 से 24.9 वाले नॉर्मल की श्रेणी में आते हैं और 24.9 से 29.9 वाले ओवर वेट वाले स्थान पर आते हैं.


अगर आपका वजन इससे ज्यादा होता है तो यह मोटापा कहलाता है. कई बार ऐसा होता है कि आपकी बीएमआई नॉर्मल हो पर आप में बहुत सारा फैट जमा हो और आप की मसल्स भी बहुत कमजोर हों, जोकि आपके लिए लाभदायक नहीं होता है, तो आइए आज हम आपको बॉडी मास इंडेक्स और इससे जुडे खतरे और मोटापे से बचाव के उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं.


आपकी सेहत के लिए हानिकारक है हाई बीएमआई?
आपको यहां यह जानना बेहद आवश्यक है कि आप बीएमआई की किस श्रेणी में आते हैं. अगर आप ओवर वेट वाली श्रेणी में आते हैं तो आपको हार्ट रोग और टाइप 2 डायबिटीज जैसी कई गंभीर और खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. हाल ही के एक शोध के अनुसार ओवर वेट लोगों को कैंसर का भी खतरा हो सकता है. इसलिए आपको यह भी जान लेना आवश्यक है कि क्या आपके शरीर के फैट से आपके दिमाग को भी कोई खतरा है या नहीं.


एक अध्ययन के अनुसार जो लोग ओवर वेट की श्रेणी में आते हैं उनके दिमाग की वॉल्यूम अन्य लोगो से बहुत कम होती है. उनका दिमाग थोड़ा सिकुड़ने लगता है. इसलिए आपको अपने वजन को कंट्रोल में रखना जरूरी होता है.





कितना खाते हैं आप  
आपके वजन नियंत्रित करने में आपके खाने की मात्रा भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. अगर आप अधिक खाते हैं और गतिविधियां कम करते हैं तो आप सीधो तौर ही एक ओवर वेट की श्रेणी में आ जाते हैं. मगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो आपका बीएमआई सामान्य ही आए, ऐसा हो सकता है.आपका वातावरण कैसे है
अगर आप एक हेल्दी और शांत जगह में रहते हैं तो आपका बीएमआई नॉर्मल रहता है. लेकिन अगर आप किसी प्रदूषण भरे क्षेत्र में रहते हैं, तो आपको प्रदूषण और खराब वातावरण के चलते कुछ समस्याओं का सामना करना पड़े. आपकी जावनशैली भी आपके बीएमआई के स्तर को बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.



दवाइयां के सेवन से
कई ब्लड प्रेशर या फिर नींद की दवाइयों के सेवन से भी आपका बीएमआई बढ़ सकता है क्योंकि इन  दवाइयों के सेवन से आपको बहुत ज्यादा नींद आती है और आप थोड़े सुस्त से रहते है. जिससे आप कोई भी मेहनत वाला कार्य नहीं कर पाते हैं. इसके अलावा इससे आपको भूख भी ज्यादा लगती है.


इलाज की शर्ते
वजन बढ़ाने के कारण आपको हाइपोथायरायडिज्म, पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (पीसीओएस) और कुशिंग सिंड्रोम इलाज की समस्याएं होती हैं. इन समस्याओं के कारण आपके लिए वजन कम करना और भी मुश्किल हो जाता है. यह भी बीएमआई को बढ़ाने वाला एक महत्‍वपूर्ण कारण है.