नई दिल्लीः  नवजात बच्चों के लिए पहला भोजन मां का दूध होता है. इसमें ढेर सारे पोषक तत्व और मिनरल्स होते हैं जो कि एक नवजात शिशु की विकास के लिए बेहद जरूरी होते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञ और संगठन भी इस बात से सहमत हैं कि नए जन्मे बच्चों को छह महीने तक मां का दूध ही भोजन के रूप में दिया जाना चाहिए. मां के दूध में ऐसे तत्व (एंटीबॉडी) होते हैं जो कि बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है ताकि बच्चों का शरीर बैक्टीरिया और वायरस से लड़ सके.



हाल ही में इससे जुड़ी एक नई बात सामने आई है. एसीएस इन्फेक्शिअस डिजीज़ जर्नल” में छपे एक अध्ययन के मुताबिक, दूध में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट न सिर्फ बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता का विकास करता है बल्कि दूध में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने वाले प्रोटीन के प्रभावों को बढ़ा देता है.

इस रिसर्च के निदेशक स्टीवन टाउनजेन्ड ने बताया कि यह पहला मौका है जब यह बताया जा सका है कि दूध में मौजूद कार्बोहाइड्रेट भी रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत करने में भूमिका निभाता है. इससे पहले के ज्यादातर अध्ययन दूध में मौजूद प्रोटीन के गुणों को बताते रहे हैं.

एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति “ग्रुप बी स्ट्रेप” बैक्टीरिया प्रतिरोध के कारण बढ़ती हुई स्वास्थ्य चिंता इस रिसर्च के पीछे की मुख्य वजह थी. इसलिए शोधकर्ताओं इन संक्रामक बैक्टीरिया से लड़ने का कोई और रास्ता खोजने लगे. प्रोटीन के बजाय इस बार शोधकर्ताओं ने दूध में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, जिसे ओलिगोसेक्राइड कहते हैं, को देखना शुरू किया और उन्होंने पाया कि ये कार्बोहाइड्रेट न सिर्फ ग्रुप बी स्ट्रेप बैक्टीरिया को मार सकते हैं बल्कि उसकी बायोफिल्म को तोड़ सकते हैं जिसका घेरा बना कर बैक्टीरिया खुद को सुरक्षित करता है.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.