Myositis Treatment: दक्षिण सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री और पेन इंडिया स्टार सामंथा रूथ प्रभु मायोसिटिस नामक एक ऑटोइम्यून डिसआर्डर की चपेट में आ चुकी हैं. इसका खुलासा उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर किया है. नसों में सूजन से लेकर दिल, आंख और अन्य अंगों पर इपफेक्ट डालने वाली बीमारी काफी गंभीर है. क्या है ये बीमारी, कैसे होती है. इसी को जानते हैं. 


क्या है मायोसिटिस
मायोसिटिस शब्द का अर्थ ही मांसपेशियों में सूजन से है. मांसपेशियों में काफी सूजन हो जाती है और यह दर्द के प्रति बेहद सेंसटिव हो जाती हैं यानि इस स्थिति में पेशेंट को भयंकर दर्द होता है. इसमें मशल्स कमजोर, दर्दनाक और बेहद थकी हुई हो जाती हैं.


क्या होता है बॉडी पर इफेक्ट
मायोसिटिस कंधे, कूल्हों और जांघों के आसपास की मांसपेशियों को इफेक्ट करती है. इस बीमारी में दर्द शरीर के अन्य हिस्सों जैसे त्वचा, फेफड़े या हार्ट तक में भी हो सकता है. यह मशल्स को इपफेक्ट कर सांस लेने और निगलने जैसे एक्टिविटीज में भी दिक्कत पैदा कर देती है. मशल्स के कमजोर होने पर मरीज संतुलन खोकर गिर सकता है. इसमें आंखों के आसपास सूजन और दिखने में दिक्कत भी हो सकती है. मांसपेशियों के अधिक कमजोर होने पर रूटीन लाइफ के कार्य बालों को कंघी करना, सीढ़ियां चढ़ना और किसी वाहन तक से उतरना भारी लगने लगता है. 


क्यों खतरनाक है बीमारी
व्यक्ति के शरीर में बीमारी से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम काम करता है. हेल्दी इम्यून सिस्टम घाव भरने, संक्रमण और बीमारी से बचाता है. लेकिन मायोसिटिस जैसी बीमारी में जब ऑटो इम्यून स्थिति डेवलप हो जाती है तो बॉडी को बीमारी से बचाने वाले ही भ्रमित हो जाते हैं. वह अच्छे और बुरे जीवाणु में फर्क नहीं कर पाते और हेल्दी इम्यून सिस्टम पर अटैक करना शुरू कर देते हैं. इससे बीमारियां घर करने लगती हैं. 


क्या है मायोसिटिस का इलाज
रोगी का प्राइमरी इलाज स्टेरॉयड देकर किया जाता है. इससे मरीज की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो रेग्यूलर एक्सरसाइज, फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी और अन्य थेरेपी शामिल हैं. मरीज को डॉक्टर के ऑब्जर्वेशन में इलाज कराना चाहिए.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि और तरीकों को केवल सुझाव के रूप में लें. किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.