US Supreme Court ने जब से अमेरिका में Abortion को गैरकानूनी करार दिया है Ectopic Pregnancy विषय पर जोर-शोर से बातें हो रही हैं. एक्टोपिक प्रेग्नेंसी यानी ट्यूबल प्रेग्नेंसी ऐसी गर्भावस्था है जिसमें भ्रूण गर्भ तक पहुंच नहीं पाता और Fallopian Tube यानी गर्भाशय नाल में फंस जाता है और वहीं पर बढ़ने लगता है. फैलोपियन ट्यूब छोटा और महीन होता है और वह बढ़ते भ्रूण के दबाव को नहीं सह सकता. अगर समय रहते गर्भपात नहीं किया गया तो फैलोपियन ट्यूब फट सकता है और संक्रमण से महिला की जान जा सकती है.


एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के लक्षण


एक्टोपिक प्रेग्नेंसी में महिलाओं को आम गर्भावस्था जैसे ही लक्षण महसूस होते हैं जैसे पीरियड का मिस होना, पैरों में दर्द, बार-बार टॉयलेट जाना, बेचैनी आदि. यहां तक कि प्रेग्नेंसी टेस्ट करने पर रिपोर्ट भी पॉजिटिव आती है. लेकिन जैसे-जैसे ट्यूब में भ्रूण बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के लक्षण महसूस होते हैं-



  1. ब्लीडिंग: आमतौर पर पीरियड की डेट मिस होने के बाद जब हल्की ब्लीडिंग शुरू होती है तो महिलाएं उसे Implantation Bleeding या फिर Delayed Periods मानने की गलती कर बैठती है. उन्हें लगता है कि या तो भ्रूण के गर्भाशय यानी Uterus से चिपकने के क्रम में यह ब्लीडिंग हो रही है या फिर उनका पीरियड लेट हो गया जिसकी वजह से हल्की ब्लीडिंग हो रही है. यह सबसे खतरनाक स्थिति है. दरअसल, एक्टोपिक प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग तब शुरू होती है जब भ्रूण का आकार बढ़ने की वजह से ट्यूब फटने लगता है और ब्लीडिंग होने लगती है.

  2. पेट के निचले हिस्से में दर्द: ब्लीडिंग के साथ-साथ पेट के निचले हिस्से में भी दर्द होता है. धीरे-धीरे यह दर्द असहनीय होने लगता है. अगर गर्भावस्था में ऐसा हो तो फौरन डॉक्टर से परामर्श करें.

  3. चक्कर आना, कमजोरी के साथ साथ कंधों में भी दर्द शुरू हो जाता है.


लक्षण दिखते ही डॉक्टर से परामर्श करें


जैसे ही पीरियड मिस हो और प्रेग्नेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव आए, फौरन अल्ट्रासाउंड कराएं ताकि यह कन्फर्म हो सके कि भ्रूण गर्भाशय में है ना कि फैलोपियन ट्यूब में. आमतौर पर सुरक्षित गर्भपात से ऐसी प्रेग्नेंसी को खत्म किया जाता है. अगर भ्रूण का आकार बढ़ गया और ट्यूब से ब्लीडिंग होने लगे तो ऐसी स्थिति में सर्जरी करके भ्रूण को हटाना पड़ता है. समय रहते सर्जरी होने से दूसरे ट्यूब को सुरक्षित रखना आसान होता है.


ट्यूबल प्रेग्नेंसी के बाद फैमिली प्लानिंग में रखें इन बातों का ख्याल



  • एक ट्यूबल प्रेग्नेंसी के बाद दूसरी प्रेग्नेंसी के भी इक्टोपिक होने की संभावना रहती है. इसलिए प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले डॉक्टर से चेक-अप करा लें. अल्ट्रासाइंड से प्रेग्नेंसी कंफर्म करें.

  • इक्टोपिक प्रेग्नेसी की वजह से ट्यूब में गांठ पड़ सकती है. बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से अपने दोनों ट्यूब्स की अच्छे से जांच करा लें और जरूरत हो तो आवश्यक ट्रीटमेंट जरूर लें.


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