आज के दौर में मोबाइल फोन एक ऐसी चीज हो चुकी है, जो हमसे दूर नहीं रहती है. हम कहीं भी जाते हैं, तो अपने साथ अपना फोन ले जाना नहीं भूलते हैं. अगर गलती से फोन ले जाना याद नहीं रहा, तो ऐसा लगता है जैसे कुछ अधूरा सा है. लोगों को फोन की इस कदर की लत लग गई है कि वे खाने की टेबल से लेकर वॉशरूम तक में इसे लेकर बैठते हैं. अगर आप भी ऐसे लोगों में हैं, तो अब आपका अपनी इस आदत को बदलने का वक्त आ चुका है. खासतौर पर वॉशरूम में तो फोन ले जाने की आदत को आपको छोड़ ही देना चाहिए. 


अमेरिका की सैनिटाइजिंग कंपनी वायोगार्ड ने दावा किया कि 73 फीसदी लोग वॉशरूम में मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. इसने आगे बताया कि 11 से 26 साल के 93 फीसदी लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि वे वॉशरूम में जाकर अपने मोबाइल फोन में या तो गेम खेलते हैं, या फिर किसी से चैट करते हैं. भले ही ये वॉशरूम में जाकर अखबार पढ़ने या किताब के पन्ने पलटने जैसा है, लेकिन फिर भी ये बेहद ही खतरनाक हो सकता है. ऐसे में इस आदत को बदलना चाहिए. 


दरअसल, वॉशरूम में फोन चलाते वक्त इसके कमोड में गिरने का खतरा तो होता ही है. लेकिन इससे ज्यादा बड़ा खतरा बीमार पड़ने और संक्रमित होने का है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फोन चलाने की आपकी आदत आप पर इस कदर भारी पड़ सकती है कि ये आपके वॉशरूम में जाने की स्थिति को प्रभावित कर सकती है. आप सिर्फ ऐसा करने से बीमार ही नहीं पड़ते हैं, बल्कि कई तरह के अन्य खतरों को भी दावत देते हैं. 


शरीर पर क्या होता है असर?


वाशिंगटन पोस्ट से बात करते हुए एक्सपर्ट्स ने बताया कि लोग टॉयलेट सीट पर बैठकर जिस पोजीशन में मलत्याग करते हैं. वह उनके गुदा के आसपास की नसों पर दबाव डालता है. इससे बवासीर होने का डर होता है. ज्यादा देर तक बैठकर मोबाइल फोन पर स्वाइप करने या फिर स्क्रॉल करने से आपको नीचे के हिस्सों में बहुत दर्द या खुजली भी झेलनी पड़ सकती है. 


टॉयलेट सीट पर बैठकर फोन चलाने वालों को इस बात से भी सावधान होना चाहिए कि ऐसा करने से उन्हें मल संबंधी बीमारियां भी हो सकती हैं. अगर सरल भाषा में कहें, तो आपको मल त्यागने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा, टॉयलेट में फोन ले जाना अपने आप में ही कई तरह के कीटाणुओं को दावत देने जैसा है. टॉयलेट के कीटाणु आपके फोन पर चिपक सकते हैं.


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