Rajgira and Quinoa Comparison: हेल्थ कॉन्शस लोग आजकल सुपरफूड्स की तलाश में रहते हैं. यही वजह है कि बाजार में राजगीरा यानी अमरैंथ और क्विनोआ जैसे अनाज छाए हुए हैं. दोनों ही प्रोटीन से भरपूर हैं, लेकिन सवाल यह है कि इनमें से सेहत के लिए कौन सा बेहतर है? आइए कैलोरी, प्रोटीन, फैट, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स और कीमत के हिसाब से जानते हैं कि आपकी सेहत के लिए दोनों में क्या बेस्ट है?
मलेशिया के लिंकॉलन यूनिवर्सिटी कॉलेज से सर्टिफाइड न्यूट्रिशियनिस्ट, डायबिटीज और हेल्थ एजुकेटर मानस समर्थ ने बताया कि राजगीरा और क्विनोआ दोनों ही अच्छे हैं. दोनों प्स्यूडोसीरियल्स हैं. इसका मतलब है कि यह असली अनाज नहीं, बल्कि बीज जैसे होते हैं. ये ग्लूटेन-फ्री हैं, जो सीलिएक डिजीज वाले लोगों के लिए बेस्ट हैं. हालांकि, दोनों की न्यूट्रिशनल वैल्यू में फर्क है. USDA के डेटा के हिसाब से जानते हैं कि 100 ग्राम कुक्ड राजगीरा और क्विनोआ से क्या-क्या मिलता है?
कैलोरी: वजन कंट्रोल में कौन आगे?
कैलोरी काउंटिंग करने वालों के लिए यह बेहद अहम है. 100 ग्राम कुक्ड राजगीरा में सिर्फ 102 कैलोरी होती हैं, जबकि क्विनोआ में 120 कैलोरी होती है. इसका मतलब है कि राजगीरा कम कैलोरी वाला है, जो वेट लॉस डाइट में बेहतर है. मानस समर्थ के मुताबिक, अगर आप डायबिटीज या मोटापे से जूझ रहे हैं तो राजगीरा चुनें. ये ब्लड शुगर को कम स्पाइक करता है. क्विनोआ थोड़ा ज्यादा एनर्जी देता है, लेकिन ओवरइटिंग से बचना जरूरी है.
प्रोटीन: मसल्स बिल्डिंग के लिए क्या बेस्ट?
प्रोटीन बॉडी बिल्डिंग और डेली रिकवरी के लिए जरूरी होता है. 100 ग्राम कुक्ड राजगीरा में 3.8 ग्राम प्रोटीन मिलता है, क्विनोआ में 4.4 ग्राम प्रोटीन होता है. क्विनोआ थोड़ा आगे लगता है, लेकिन राजगीरा का प्रोटीन ज्यादा क्वालिटी वाला है. इसमें लाइसिन जैसे अमीनो एसिड ज्यादा होता है. वहीं, क्विनोआ का प्रोटीन कंप्लीट है, लेकिन राजगीरा बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहतर होता है, क्योंकि यह आसानी से डाइजेस्ट होता है. अगर आप जिम जाते हैं तो दोनों को मिक्स करके इस्तेमाल कर सकते हैं.
फैट: हेल्दी फैट्स में क्या बेहतर?
राजगीरा में 1.6 ग्राम तो क्विनोआ में 1.9 ग्राम हेल्दी फैट होता है. दोनों ही अनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर हैं, जो हार्ट के लिए अच्छे होते हैं. हालांकि, राजगीरा में ओमेगा-3 ज्यादा होता है, जो इन्फ्लेमेशन कम करता है. मानस समर्थ कहते हैं कि फैट लेवल में ज्यादा फर्क नहीं है, लेकिन राजगीरा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में मदद करता है.
फाइबर: डाइजेशन और कब्ज से कौन देता है राहत?
फाइबर आंतों को साफ रखता है. राजगीरा में 2.1 ग्राम फाइबर तो क्विनोआ में 2.8 ग्राम फाइबर होता है. यहां क्विनोआ को ज्यादा नंबर मिलते हैं, क्योंकि यह कब्ज दूर करता है और कोलेन कैंसर का रिस्क भी कम करता है. हालांकि, राजगीरा भी अच्छा है, खासकर डायबिटीज में, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो (GI 55 vs क्विनोआ का 53) है.
कैल्शियम: हड्डियों के लिए कौन ज्यादा मजबूत साथी?
कैल्शियम बोन हेल्थ के लिए बेहद जरूरी होता है. राजगीरा में 47mg कैल्शियम मिलता है, लेकिन कुछ स्टडीज में 159mg तक बताया गया है. क्विनोआ में सिर्फ 17mg कैल्शियम होता है. राजगीरा हड्डियों को मजबूत करने में बेस्ट होता है. यह दूध का अच्छा ऑल्टरनेटिव है. क्विनोआ में कैल्शियम कम होता है, जिसकी वजह से सप्लीमेंट लेना पड़ सकता है.
मैग्नीशियम के लिए क्या ज्यादा अच्छा?
मैग्नीशियम मसल्स रिलैक्स करता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है. राजगीरा में 65mg तो क्विनोआ में 64mg मैग्निशियम होता है. ऐसे में दोनों ही अच्छे हैं, लेकिन आयरन के साथ राजगीरा का कॉम्बो बेहतर माना जाता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, मैग्नीशियम की कमी से माइग्रेन होता है, जिसके लिए राजगीरा और क्विनोआ दोनों ही फायदेमंद हैं. हालांकि, राजगीरा सस्ता होने की वजह से रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है.
जेब के लिए क्या ज्यादा सही?
भारतीय बाजारों में राजगीरा (रामदाना) 150-250 रुपये प्रति किलो मिल रहा है, जबकि क्विनोआ 400-600 रुपये प्रति किलो है. एक्सपर्ट की मानें तो दाम के हिसाब से राजगीरा ज्यादा किफायती और फायदेमंद है. मिडिल क्लास फैमिली के लिए राजगीरा ज्यादा अच्छा साबित हो सकता है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.