Over Eating Disorder: खाना किसी भी व्यक्ति की डेली लाइफ का हिस्सा होता है. जो लोग बहुत संयमित होते हैं. वह सुबह, दोपहर और रात को स्मार्ट डाइट लेते हैं. वो इतना ध्यान रखते हैं कि इततना ही खाया जाए कि बॉडी में कैलोरी की स्थिति ठीक रहे और बॉडी वेट भी न बढ़ने पाए. कुछ लोग ऐसे होते हैं, जोकि हर वक्त कुछ न कुछ खाते रहते हैं. वो इतना खाते हैं कि उन्हें याद नहीं रहता कि कितना खा रहे हैं. असल में अधिक खाने के पीछे कुछ लॉजिक छिपे हुए हैं. आज इन्हें जानने की कोशिश करेंगे. ओवरइटिंग के खतरे क्या हो सकते हैं. ये भी यहां जानना जरूरी है. 


क्यों लगती है अधिक भूख?


पोषक तत्व कम होना


कई बार जब पनीर, चॉकलेट सबकुछ खाने का मन करता है तो जानना जरूरी हो जाता है कि बॉडी मेें पोषक तत्वों की कमी से ऐसा हो रहा है. प्रोटीन, विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्वों की कमी होने पर बार बार भूख लगने की शिकायत देखने को मिलती है. 


हार्माेनल इंबैलेंस होना


यदि बॉडी के हार्माेन इंबैलेंस हैं तो भी भूख् बढ़ सकती है. इस दौरान हार्माेन ऐसे एंजाइम रिलीज कर सकता है, जोकि भूख बढ़ाने वाले होते हैं. इसमें घ्रेलिन हार्माेन नार्मल है. ओवर इंटिंग से मोटापा समेत अन्य परेशिानयां पैदा हो सकती हैं. इससे बॉडी में अन्य परेशानी भी हो सकती हैं. 


तनाव रहने पर 


यदि तनाव में रहते हैं तब भी भूख बढ़ सकती है. इस दौरान कोर्टिसोल लेवल बढ़ जाता है. यह भूख बढ़ाने मेें सहायक होता है. इसमें व्यक्ति अधिक कैलोरी वाजा भोजन खाने लगता है. भूख बढ़ने पर व्यक्ति अनाप शनाप खाने लगता है. इससे फैटी और अधिक कैलोरी वाला भोजन खाने लगते हैं. यदि इस तरह की हैबिट विकसित हो रही है तो इससे बचना चाहिए. 


अधिक शराब पीने पर


शराब पीना भी भूख बढ़ाने का एक बड़ा कारक होता है. जो लोग बहुत कम शराब पीते हैं. उनकी भूख पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता है. वहीं, जो लोग अधिक शराब पीते हैं. उन्हें भूख अधिक लगती है. वो ड्रिंक्स के बाद नमकीन चीजें, प्रोसेस्ड फूडस या फैटी स्नैक्स खाने का मन करता है. ऐसे लोग जल्दी ही मोटापे के शिकार हो जाते हैं. 


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