नईदिल्लीः आमतौर पर डायबिटिक पेशेंट्स के लिए उनकी डायट में फ्रूट्स और वेजिटेबल की बात की जाती है कि उन्हें किस तरह का फ्रूट या वेजिटेबल लेना चाहिए ताकि उनकी ब्लड शुगर कंट्रोल में रहे. लेकिन आज हम बात करेंगे कि डायबिटिक पेशेंट आटे का कौन का कॉम्बिनेशन अपनी डायट में शामिल करें जिससे उनकी शुगर कंट्रोल रहे. बता रही हैं हमारी न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. शिखा शर्मा.

  • आटे में शुगर का लेवल बहुत ज्यादा होता है. आप सोच रहे होंगे कि आटा मीठा नहीं है तो उसका शुगर लेवल ज्यादा कैसे हो सकता है? लेकिन आपको बता दें कि केवल गेहूं के आटे की रोटियां खाने से शुगर बढ़ सकती है. यानि गेहूं का आटा शुगर के मरीजों के लिए अच्छा नहीं है. ऐसे में डायबिटिक लोग गेहूं के साथ दूसरे आटे का मिश्रण मिलाकर खाएं.

  • अगर आपको गैस की तकलीफ नहीं है तो आप गेहूं के आटे में चने का आटा मिक्स करें. अगर चने का आटा डायजेस्ट नहीं होता तो इसमें बेसन का आटा मिक्स करें.

  • आप चाहे तो गेहूं और चने के आटे में मेथी सीड्स को क्रश करके पाउडर बनाकर भी आटे में मिला सकते हैं. ये कॉम्बिनेशन शुगर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है.

  • आप चने का आटा नहीं मिलाना चाहते तो बेसन भी गेहूं के आटे में मिक्स कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि सोया आटे को मिक्स करने से गैस बनती है.

  • खमीरी रोटी बनानी है तो गेहूं और चने के आटे को दूध या दही में गूंथे.