नई दिल्लीः डब्ल्यूएचओ का कहना है कि मच्छर दुनिया में सबसे घातक हैं. हर साल मच्छारों के कारण ना सिर्फ कई गंभीर बीमारियां फैलती हैं बल्कि ये लाखों लोगों कर मौत का भी कारण बनता है. साल 2015 में मलेरिया के कारण मृत्यु का आंकड़ा 4,38,000 था. ऐसे में हमें प्रभावी तरीके से मच्छरजनित बीमारियों से निपटने के बेहतर तरीके खोजने की जरूरत है.


मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां किसी परजीवी या वायरस के कारण हो सकती हैं. यदि आप मच्छर से समृद्ध क्षेत्र में रह रहे हैं तो इन संक्रमणों की संभावना अधिक हो जाती है. इसलिए, आपको सुझाव दिया जाता है कि आप मच्छर जनि‍त क्षेत्रों से दूर रहें. इसके अलावा नेट के नीचे सोने की आदत बनाएं. मच्छर से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करें. इन मच्छरों से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.


डेंगू: यह एडीज मच्छरों द्वारा फैलता है. इस बीमारी के लक्षण मांसपेशियों में दर्द, तेज बुखार, तेज सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द आदि हैं.


मलेरिया: यह प्लाजमोडियम के कारण होता है और मादा एनोफिलीज मच्छर द्वारा फैलता है. रोगों में बुखार, सतर्कता कम होना, सांस की तकलीफ, एनीमिया के लक्षण आदि जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.


चिकनगुनिया: यह एक वायरल बीमारी है जो तेज बुखार, चकत्ते, मतली, थकान आदि जैसे संकेतों के साथ आती है.


पीला बुखार: यह एक तीव्र वायरल बीमारी है जिसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीलिया, मतली, थकान, उल्टी आदि जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.


जीका वायरस: यह एक वायरल संक्रमण है जो मूल रूप से दुनिया के उष्णकटिबंधीय (Tropical) और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों (subtropical regions) में होता है.


ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.